कोरोना काल ने लोगों की सोच, रहन-सहन,  सामाजिक आदतों के साथ-साथ और भी बहुत कुछ बदल दिया है। इनमें एक नाम आयाम रेलवे का प्रशिक्षण भी है। कोरोना की महामारी ने रेलवे के ट्रेनिंग माड्यूल पर जरदस्त असर डाला है। कोरोना के कारण 19 मार्च से बंद चंदौसी स्थित क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान पांच अक्तूबर से फिर से खुलने जा रहा है, लेकिन बिल्कुल नए कायदे-नियमों के साथ। अब तक जहां संस्थान में एक बार में 700 से अधिक ट्रेनीज प्रशिक्षण लेते थे, वहीं यह संख्या घटाकर एक बैच में मात्र सौ कर दी गई है। एक कक्ष में अधिकतम प्रशिक्षुओं की संख्या भी 25 से 30 तक सीमित कर दी गई है।

कोरोना संक्रमण के चलते 19 मार्च से क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण पर रोक लगा दी गई थी। हालांकि बाद में एक मई से ऑनलाइन प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया था। अब सात माह बाद फिर से संस्थान में रौनक लौटने वाली है। पांच अक्तूबर से स्टेशन मास्टर, लोको पायटल और गार्डों को प्रशिक्षण दिया जाएगा लेकिन पूरी सावधानी के साथ। एडीआरएम मुरादाबाद मान सिंह मीना ने खुद 29 सितंबर को प्रशिक्षण संस्थान का दौरा कर कोरोना फैलने से बचाव के इंतजामों को परखा और जरूरी निर्देश दिए थे। अब इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है।

ये हुआ बड़ा बदलाव
कोरोना से पहले संस्थान में एक बार में 700 ट्रेनीज को प्रशिक्षण दिया जाता था लेकिन अब एक बैच में 100-100 ट्रेनीज ही भाग ले सकेंगे। 100 प्रशिक्षुओं को भी 25 से 30 के समूह में बांट कर अलग-अलग कमरों में बिठाया जाएगा। प्रशिक्षु मास्क के क्लास में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। थर्मल स्क्रीनिंग और सेनिटाइजेशन भी अनिवार्य होगा। इसके लिए संस्थान में तीन सेनिटाइजर टनल लगाए जाएंगे।

छात्रावास में भी सोशल डिस्टेंसिंग
 रेलवे प्रशिक्षण संस्थान के छात्रावास में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा। एक कमरा छोड़ कर रहने की व्यवस्था बनाई जा रही है। एक कमरे में एक ही प्रशिक्षु रहेगा। साथ ही किसी भी प्रशिक्षु को संस्थान से बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी। बाहर जाने के लिए संस्थाने के प्रधानाचार्य की लिखित अनुमति लेनी होगी। भोजनालय में भी विशेष व्यस्था की गई है। एक टेबिल पर एक ही प्रशिक्षु भोजन कर सकेगा। उसके बगल की टेबिल की दूरी भी बढ़ा दी गई है। सेनिटाइजर टनल से होकर ही भोजनालय में प्रवेश मिलेगा।

पुष्पराज सिंह, प्रधानाचार्य, क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान, चन्दौसी बताते हैं कि पांच अक्तूबर से फिर से प्रशिक्षण शुरू हो रहा है, शुरुआत में लोको पायलट, गार्ड और स्टेशन मास्टर के प्रशिक्षण से की जा रही है। अन्य प्रशिक्षुओं का प्रशिक्षण ऑनलाइन ही जारी रहेगा। कोरोना काल में प्रशिक्षण की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं।