नई दिल्ली, जेएनएन। अपने जमाने के चॉकलेटी और रोमांटिक एक्टर ऋषि कपूर 30 अप्रैल को इस दुनिया को अलविदा कह गए। 67 साल के ऋषि कपूर एक जिंदादिल इंसान थे। उनके निधन की खबर ने सभी का हिला कर रख दिया है। अभी तक लोग इस बात पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि उनका चिंटू यानी ​ऋषि कपूर अब उनके बीच नहीं रहे।

ऋषि कपूर हीरो थे, दिव्या भारती हीरोइन और शाह रुख़ ख़ान सेकंड लीड। शायद यही वजह है कि शाह रुख़ के दिल में ऋषि कपूर के लिए हमेशा एक ख़ास जगह रही। शाह रुख़ ने सोशल मीडिया के ज़रिए ऋषि के लिए अपने जज़्बात ज़ाहिर किये हैं।

दीवाना 26 जून 1992 को रिलीज़ हुई थी। ऋषि उस वक़्त 40 पर पहुंचने वाले थे और हिंदी सिनेमा में रोमांटिक हीरो के तौर पर उनकी पारी बेसाख्ता चल रही थी। शाह रुख़ दीवाना से अपना करियर शुरू करने वाले थे, लिहाज़ा उनके मन में वही बातें थीं, जो एक स्टार को लेकर एक न्यूकमर के ज़हन में चलता है। ऋषि के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर करने का ख़्याल ही शाह रुख़ के लिए काफ़ी था। 

शाह रुख़ ख़ान लिखते हैं कि अगर उस वक़्त में फेल भी हो जाता तो मलाल नहीं होता, क्योंकि ऋषि कपूर के साथ काम करने का संतोष उन्हें रहता। शाह रुख़ याद करते हैं कि सेट पर पहले दिन वो मेरा सीन ख़त्म होने तक रुके और पैक अप के बाद अपनी चिर-परिचित मुस्कान के साथ बोले- यार तुझमें एनर्जी बहुत है। और उसी दिन अपने ज़हन में मैंने ख़ुद को एक्टर मान लिया।