चक्रधरपुर रेल मंडल प्रशासन के द्वारा लाइन बाक्स हटाकर ट्रेनों के गार्ड और लोको पायलट को ट्राली बैग जबरन दिए जाने के विरोध में शुक्रवार को चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन के समीप स्थित क्रू एंड गार्ड कंबाइंड लाबी के समक्ष ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के बैनर तले लोको पायलट तथा सहायक लोको पायलटों ने धरना प्रदर्शन किया। आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के मंडल उपाध्यक्ष एस पासवान ने कहा कि चालक एवं गार्ड का लाइन बाक्स हटाने की रेलवे की लोकल प्रशासन की साजिश है। ट्राली बैग को लेकर प्लेटफार्म पर तो चला सकते हैं, लेकिन इंजन बिल्कुल आगे होता है। गुड्स ट्रेनों में तो इंजन प्लेटफार्म से दूर होता है। ऐसे में ट्रैक किनारे गिट्टियों पर ट्राली बैग खींचना असंभव है।

फैसले का विरोध

रेल प्रशासन लाइन बाक्स हटा कर ट्राली बैग के पांच हजार रूपये का लालीपाप लोको पायलटों को दे रहा है। एसोसिएशन की मांग है कि लोको पायलट एवं ट्रेन मैनेजर को ट्राली बैग न देकर इंजन में ही टूल बाक्स रखने की व्यवस्था कर दे। रनिंग स्टाफ ड्यूटी के दाैरान अपने पर्सनल बैग में खाने पीने का जरूरी सामान, कपड़े, पीने का पानी, रिकार्ड बुक, वीएचएफ आदि लेकर चलता है। वहीं लाइन बाक्स में पाइप रेंच, स्क्रू ड्राइवर, हथोड़ी, छैनी, जे क्लैप, प्रोटेबल टेलिफोन, पाईप, टेस्टर, ट्राय क्लर टार्च, एलपी नोट बुक, टीएसडी बुक, लाल हरा झंडा, डेटोनेटर सहित अन्य सामान जो कि कभी भी और कहीं भी किसी अप्रिय घटना को रोकने व निर्बाध रूप से रेल चलाने में प्रयुक्त होते हैं। जिसका अनुमानित वजन बाक्स सहित 20 से 25 किलो होगा। अगर यह सारा सामान ट्राली बैग में रख कर लोको पायलट ड्यूटी में जाएगा तो उसे इंजन तक जाने के लिए कुली बन कर अपने सामान के साथ ट्राली बैग को ढोना होगा। रेल प्रशासन रनिंग स्टाफ को कुली नहीं बनाए। एसोसिएशन रेल प्रशासन से मांग करता है कि इस तुगलकी फरमान को वापस ले। मौके पर एनके नीलमणी, के खलको,एसके राना, सुधीर कुमार, कमल किशोर होरो, पायल शर्मा, अमित कुमार, आरएन मुरमु, एस साह, जेपी भगत, एके दास सहित दर्जनों की संख्या में लोको पायलट मौजूद रहे।