केंद्र द्वारा व राज्य सरकार के द्वारा ऐसे कई सारी स्कीम है जो आम लोगों को सीधा लाभ पहुंचाती है. ऐसे में में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बड़ा ऐलान किया है. सीएम ने सरकारी कर्मचारियों और लाड़ली लक्ष्मी योजना के लाभार्थियों को बड़ा तोहफा दिया है।

सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को बढ़ाकर 31 प्रतिशत कर दिया गया है. साथ ही महाविद्यालय में प्रवेश लेने वाली छात्राओं को ‘लाड़ली लक्ष्मी योजना’ के तहत 25 हजार रुपये की एकमुश्त राशि दी जाएगी, जिससे बेटियों की शिक्षा की बेहतर व्यवस्था की जा सके. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को यह घोषणा की, यह विधानसभा के बजट सत्र से पहले कर्मचारियों के लिए एक बड़ा उपहार है।

ज्ञात हो कि राज्य के कर्मचारियों को इस समय मिल में केंद्रीय कर्मचारियों की तुलना में 11 फीसदी कम डीए मिल रहा है. सीएम के इस ऐलान का कर्मचारी संगठनों ने स्वागत किया है. इसका सीधा लाभ राज्य के करीब पांच लाख नियमित अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलेगा. राज्य के कर्मचारियों को फिलहाल 20 फीसदी डीए मिल रहा है जबकि केंद्रीय कर्मचारियों को 31 फीसदी डीए मिल रहा है. कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण काल ​​में डीए नहीं मिला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम कोरोना काल में कर्मचारियों को डीए नहीं दे सके इसलिए अब यह राशि दी जा रही है. यह 1 अप्रैल को उपलब्ध होगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में कचरा मुक्त शहर के लिए स्टार रेटिंग के आधार पर सफाई मित्रों को प्रोत्साहन दिया जायेगा. इसके लिए चार पुरस्कार दिए जाएंगे. शहर के प्रत्येक सफाई मित्र को 7 हजार रुपये, 5 हजार से 5 स्टार, 3 हजार से 3 स्टार और 1 स्टार से 1 हजार रुपये दिए जाएंगे. साथ ही जोखिम भरा काम करने वाले सफाई मित्रों को 150 रुपये का जोखिम भत्ता दिया जाएगा।

पुरस्कारों के लिए 25 करोड़ रुपये की राशि दी जाएगी. सफाई मित्रों के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई समेत अन्य समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जाएगा. इसके लिए हम विभिन्न समस्याओं का अध्ययन करने के बाद उन्हें हल करने का तरीका खोजेंगे. मुख्यमंत्री ने शनिवार को अपनी जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह घोषणा की. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शहर, कस्बे और गांवों को स्वच्छ रखने वाले सफाई मित्र मेरे लिए पूजनीय हैं. दोस्तों के पसीने से ही सफाई बनी रहती है. यह सबसे बड़ा काम है. सफाईकर्मी यह काम नहीं करेंगे तो शहर बीमार हो जाएगा। उनकी सेवा भावना काबिले तारीफ है।