कोरोना वायरस की दूसरी लहर को रोकने के लिए केंद्र सरकार लगातार अहम कदम उठा रही है। सरकार तेजी से लोगों का वैक्सीनेशन कर रही है। पिछले महीने वर्कप्लेस पर कर्मचारियों के टीकाकरण की अनुमति देने के बाद सरकार ने शनिवार को अहम फैसला लिया है। सरकार ने वर्कप्लेस पर परिजनों का भी कोरोना टीकाकरण करवाने की अनुमति दे दी है। इस तरह अब कर्मचारी वर्कप्लेस पर अपने परिजनों का भी वैक्सीनेशन करवा सकेंगे। 

पिछले महीने कोरोना की दूसरी लहर में मामले काफी तेजी से बढ़े थे। पहली बार किसी देश ने चार लाख से ज्यादा कोरोना के रोजाना मरीजों का आंकड़ा पार किया था। हालांकि, पिछले कुछ दिनों में कोविड के दैनिक मामलों में कमी आई है, लेकिन मृतकों का आंकड़ा अभी भी करीब चार हजार आ रहा है। वहीं, कोरोना की इस लहर को रोकने के लिए देश में 18 साल से अधिक उम्र वालों का टीकाकरण भी हो रहा है। एक अप्रैल से 18 से 44 वर्ष की आयु वाले लोगों का टीका लगाया जा रहा है। 

वर्कप्लेस में परिजनों का टीकाकरण का केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया है। इसमें कहा गया है कि इंडस्ट्रियल वर्कप्लेस कोविड वैक्सीनेशन सेंटर (सीवीसी) और वर्कप्लेस सीवीसी में होने वाले टीकाकरण में कर्मचारी के परिवार के सदस्य या फिर उसके डिपेंडेंट भी शामिल होंगे। मालूम हो कि देश में 16 जनवरी से टीकाकरण हो रहा है। सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका लगाया गया था, जिसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स का नंबर आया है। फिर सरकार ने 60 और फिर 45 साल से अधिक उम्र वाले लोगों की टीकाकरण की अनुमति दी थी। अभी तक 18 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो चुका है। देश में मुख्य तौर पर सीरम की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन उपलब्ध है। वहीं, रूस ने स्पूतनिक-वी की लाखों डोज भी मुहैया करवाई हैं।