नई दिल्ली 7 जनवरी । पुरानी पेंशन बहाली का मामला अब जोर पकड़ता जा रहा है , इस मसले को लेकर NJCA ( नेशनल ज्वाइंट कमेटी ऑफ एक्शन ) की महत्वपूर्ण बैठक हुई , जिसमें आंदोलन की रूपरेखा पर तो विचार किया ही गया , साथ ही चरणबद्ध आंदोलन को आगे बढ़ाने पर भी विचार करने के साथ 21 तारीख को प्यारेलाल भवन में प्रतिनिधि सम्मेलन करने का फैसला किया गया।

AIRF मुख्यालय के जे पी चौबे मेमोरियल लाइब्रेरी के सभागार में आज NJCA की महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में रेलवे के दोंनो बडी फेडरेशन के अलावा डिफेंस, पोस्टल , केंद्रीय कर्मचारियों के अन्य संगठन के साथ ही राज्य सरकार के तमाम कर्मचारी संगठनो और दिल्ली में टीचर के बड़े संगठनो के साथ ही कश्मीर से तमिलनाडु तक के कुल 50 संगठन के 76 प्रतिनिधियो ने हिस्सा लिया।

बैठक में आम राय यही रही की अगर पुरानी पेंशन को बहाल कराना है तो आंदोलन का यह सही समय है।  हालांकि राजनीतिक दलों से अपना कोई लेना देना नही है , फिर भी कई दलों ने पेंशन बहाली को अपने एजेंडे शामिल कर सरकार पर एक हद तक दबाव तो बनाया ही है। इतना ही नही कई स्थानों पर चुनाव में उन्हें कामयाबी भी मिली है।  ऐसे में अब जरूरी है कि इस मसले पर बड़ा आंदोलन किया जाए।

फिलहाल बैठक में तय हुआ कि 21 जनवरी को प्यारेलाल मेमोरियल हॉल में एक बड़ा प्रतिनिधि सम्मेलन किया जाए, जिसमें एक विस्तृत डिक्लेरेशन तैयार कर सरकार को सौपा जाएगा। अगर जल्द ही सरकार ने पुरानी पेंशन के मामले में सकारात्मक फैसला नही लिया तो मानसून सत्र के दौरान संसद का घेराव किया जाएगा ।

बैठक में तय हुआ कि अगर इसके बाद भी सरकार ने कर्मचारियों की मॉग नही मानी तो सितंबर के महीने में भारत बंद का ऐलान किया जाएगा।