कोरोना संकट के चलते सरकारी खजाने पर असर हुआ है। लॉकडाउन के दौरान ही सरकार ने डीए पर अहम फैसला लिया था। सरकार ने फैसला लिया था कि कर्मचारियों का जनवरी 2020 से जून 2021 तक महंगाई भत्ता नहीं बढ़ेगा। केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को अगले साल जून महीने के बाद महंगाई भत्ते (डीए) पर सरकार बड़ी सौगात दे सकती है। कोरोना संकट के चलते कर्मचारियों और पेंशनर्स को डीए की पुरानी दर के तहत ही भुगतान किया जा रहा है। मौजूदा दर 21 फीसदी है लेकिन कर्मचारियों को 17 फीसदी की दर से ही भुगतान किया जा रहा है।

दरअसल कोरोना संकट के चलते सरकारी खजाने पर असर हुआ है। लॉकडाउन के दौरान ही सरकार ने डीए पर अहम फैसला लिया था। सरकार ने फैसला लिया था कि कर्मचारियों का जनवरी 2020 से जून 2021 तक महंगाई भत्ता नहीं बढ़ेगा। महंगाई भत्ता साल में दो बार बढ़ता है लेकिन फिलहाल इस बढ़ोत्तरी पर भी रोक लगी हुई है। ना सिर्फ 2020 बल्कि जनवरी 2021 में होने वाली बढ़ोत्तरी पर भी पाबंदी लगाने का फैसला किया गया है। कर्मचारियों और पेंशनर्स को सरकार जून 2021 के बाद ही राहत दे सकती है। अगर डीए की मौजूदा दर लागू की जाता है तो कर्मचारियों को ज्यादा डीए मिलेगा। इससे सैलरी और पेंशन बढ़कर मिलेगी।

बता दें कि डीए पर निराश 30 लाख से ज्यादा नॉन गैजेस्टेड कर्मचारियों को दिवाली बोनस दिया है। कर्मचारियों को इसका भुगतान दशहरे पर किया जा चुका है। इसके अलावा पेंशनर्स को भी सरकार ने इस साल बड़ी सौगात दी है। पेंशनर्स अब ‘डिजीलॉकर’ में पेंशन भुगतान आदेश (PPO) को स्टोर कर सकते हैं। वहीं कर्मचारियों को इस साल एलटीए और एलटीसी पर भी फायदा दिया जा रहा है।