रेलवे में ग्रुप सी कर्मचारियों को बी में पदोन्नति पाना आसान होगा। किसी की मनमानी नहीं चलेगी। अब सामान्य भर्ती परीक्षा की तरह ही विभागीय पदोन्नति के लिए रेलवे का लिमिटेड डिपार्टमेंटल कंपेटेटिव इक्जामिनेशन (विभागीय प्रतियोगी परीक्षा) होगा। पूर्वोत्तर रेलवे सहित भारतीय रेलवे (Indian Railway) के सभी विभागों के हजारों रेलकर्मी एक साथ ऑनलाइन परीक्षा देंगे।

निजी संस्थाएं कराएंगी परीक्षा

परीक्षा को पारदर्शी व सेंट्रलाइज्ड (केंद्रीयकृत) बनाने के लिए रेलवे बोर्ड (Railway Board) ने नेशनल एकेडमी ऑफ इंडियन रेलवे वड़ोदरा को कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) की जिम्मेदारी सौंपी है। नई व्यवस्था के तहत रेलवे की विभागीय पदोन्नति परीक्षा भी निजी संस्थाएं कराएंगी। नेशनल एकेडमी आफ इंडियन रेलवे वड़ोदरा ही परीक्षा कराने वाली संस्था का निर्धारण करेगी। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

16 सितंबर निर्धारित की जाएगी परीक्षा कराने वाली

16 सितंबर को परीक्षा कराने वाली संस्था निर्धारित कर ली जाएगी। परीक्षा के लिए पेपर तैयार करने से लेकर केंद्र का निर्धारण तक संस्था करेगी। सभी सवाल बहुविकल्पीय होंगे। कुल 175 प्रश्न होंगे जिनमें 150 हल करने होंगे। प्रत्येक सही उत्तर के लिए एक अंक होगा। गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटे जाएंगे। परीक्षा अवधि तीन घंटे की होगी। निगरानी नेशनल एकेडमी आफ इंडियन रेलवे वड़ोदरा की ही होगी। जोन स्तर के अधिकारियों का कोई हस्तक्षेप नहीं रहेगा।

इस वजह से बोर्ड ने लिया यह फैसला

दरअसल, संबंधित विभागों और अधिकारियों के मनमाने रवैये के चलते ही बोर्ड ने सेंट्रलाइज्ड विभागीय पदोन्नति परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। पूर्वोत्तर रेलवे में ही वर्ष 2017-18 में सहायक वाणिज्य प्रबंधक पद के लिए आयोजित एलडीसीई में फेल अभ्यर्थी को पदोन्नति दे दी गई थी। मामला प्रकाश में आया तो वर्ष 2019 में उत्तीर्ण अभ्यर्थी जगतारा संगम को पदोन्नति दी गई। पिछले साल परिचालन विभाग में पहली बार आयोजित आनलाइन परीक्षा अनियमितताओं के चलते स्थगित हो गई। 30 सितंबर 2021 को भंडार विभाग में सहायक सामग्री प्रबंधक के एक पद (अनारक्षित) के लिए आयोजित परीक्षा में सबसे कम अंक पाने वाले को पदोन्नति दे दी गई।