रेलवे कर्मचारी आपात स्थिति में इलाज कराने के लिए अब सीधे निजी अस्पताल में इलाज जा सकेंगे। इसके लिए रेलकर्मियों को अपना व परिवार का उम्मीद कार्ड बनवाना पड़ेगा। अब तक रेलवे अस्पताल में भर्ती होना पड़ता था।

जरूरत हाेने पर रैफरल लेटर लेकर ही निजी अस्पताल जा सकते थे। रेलवे बोर्ड के आदेश के मुताबिक जिन कर्मचारियों व रिटायर कर्मचारियों के उम्मीद कार्ड बने हुए हैं, उन्हें तत्काल देश के किसी भी अनुबंधित निजी अस्पताल में उपचार मिलेगा। निजी अस्पताल 24 घंटे में रेलवे को सूचना देंगे।

अस्पताल में शराब पीकर मचाया उत्पात:सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने मामला बिगड़ते देख मांग ली माफी, डीआरएम ने तलब की रिपोर्ट

जोधपुर के रेलवे अस्पताल में भर्ती एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने शराब पीकर जमकर उत्पात मचाया। शराब के नशे में इस इंजीनियर ने अपने आला अधिकारियों को लेकर भी आपत्तिजनक टिप्पणियां की। उत्पात मचाने वाले रेलवे अधिकारी ने बाद में लिखित में माफीनामा दिया जिस पर बात को दबा दिया गया। इंजीनियर का वीडियो वायरल होने के बाद अब मंडल रेल प्रबंधक गीतिका पांडे ने अस्पताल अधीक्षक से इस मामले की रिपोर्ट तलब की है।

जोधपुर में रेलवे के डीजल शैड में कार्यरत सीनियर सेक्शन इंजीनियर अशोक कुमार मीणा को बीमार होने पर भर्ती कराया गया। अस्पताल में भर्ती रहते हुए उसने बाहर जाकर शराब पी ली। इसके बाद वापस लौटने पर अन्य मरीज के परिजनों से उलझ बैठा। उन लोगों ने समझाइश का प्रयास किया तो शांत होने के बजाय उन पर बिफर गया। इस दौरान साथ आए केयर टेकर ने भी उसे समझाने का प्रयास किया। लेकिन सारे प्रयास बेअसर साबित हुए। उसकी हिमाकत बढ़ती गई और वह अन्य लोगों को धमकाने लग गया। मामले ने तूल पकड़ा तो रेलवे सुरक्षा बल के जवान भी अस्पताल पहुंचे। इस बीच मरीज के परिजन भी वहां आ गए समझाइश और बातचीत के बाद उत्पात मचाने वाले रेलवे अधिकारी ने लिखित में माफीनामा दिया। इसके बाद में इस पूरे घटनाक्रम को दबा दिया गया।

इस बारे में अस्पताल प्रशासन से जुड़े लोग कुछ भी बोलने से कतरा रहे है। वहीं किसी ने यह वीडियो मंडल रेल प्रबंधन सुश्री गीतिका पांडे को भेज दिया। सूत्रों का कहना है कि उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट मांगी है।