भारतीय रेल ने बड़ा फैसला किया है। अब चलती ट्रेन में छेड़छाड़, लूटपाट, मारपीट, झगड़ा या अन्य किसी वारदात से यात्रियों को सुरक्षा देने के लिए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स को बॉडी वार्न कैमरा से लैस किया जाएगा। इसकी शुरुआत रांची रेल मंडल से हो रही है। यहां तैनात आरपीएफ को और हाइटेक बनाया जा रहा है। अब उन्हें ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर रेलवे सुरक्षा बल को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया जा रहा है।
आरपीएफ की एस्काॅर्ट पार्टी बॉडी वार्न कैमरा से लैस होगी। स्कॉर्ट पार्टी के ट्रेन में चढ़ने ही यह कैमरा ऑन हो जाएगा। इसकी मदद से चलती ट्रेन में अगर कोई घटना होने पर उसकी रिकार्डिग हो सकेगी। ट्रेन में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी। यात्रियों के साथ-साथ आरपीएफ जवानों की भी गतिविधि पर ध्यान रखा जा सकेगा। अन्य राज्यों में इसकी सेवा शुरू हो चुकी है।
इस कैमरे को जवान अपने कंधे के पास लगाता है। आरपीएफ के पास आठ कैमरा उपलब्ध है और कैमरे की खरीदारी को लेकर मुख्यालय को प्रस्ताव बढ़ाया गया है, ताकि हर स्तर पर यात्रियों की सुरक्षा का ख्याल रखा जा सके। इसमें वीडियो और आडियों की रिकार्डिंग की सुविधा है, जिसे ऑन करने के बाद बंद नहीं किया जा सकता है। डयूटी के दौरान ऑन रहेगा। आरपीएफ के जवान कैमरों को बंद नहीं कर सकेंगे। इसमें होने वाली रिकॉर्डिंग एक माह तक सुरक्षित रहेगा।
बॉडी वार्न कैमरा की खासियत
- ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर मानिटरिंग हो सकेगा। आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी।
- ट्रेन में कइ दफा यात्रियों के बीच हुए विवाद और मारपीट की घटना पर नजर रखी जा सकती है।
- किसी महिला यात्री के हुए छेड़छाड़ के मामले में रिकार्डिंग से मिल सकती है मदद
- आरपीएफ जवानों पर भी मानिटरिंग संभव है।
- रेलवे कर्मी द्वारा वसूली की गतिविधि कैमरे में रिकॉर्ड हो सकेगी।
- ट्रेनों में बिना टिकट के सफर करने वाले संदिग्धों पर नजर रहेगी।
- अवैध वेंडरों पर रखी जा सकेगी मानिटरिंग
- महिला की सीट पर पुरुष यात्री के बैठे जाने पर हो सकेगी कार्रवाई
- कैमरा की रिकार्डिंग से यात्री के संज्ञान में रहने किसी भी तरह की बदमाशी नहीं होगी।
- बार-बार चेन पुलिंग होने पर नजर रखी जा सकेगी।
यात्रियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। इसलिए आरपीएफ को चलती ट्रेन में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था देने के लिए बाडी वार्न कैमरा की सुविधा दी जाएगी, जल्द ही इसकी सेवा स्कॉर्ट पार्टी को मिलेगी। प्रशांत यादव, सीनियर डीएससी, आरपीएफ, रांची रेल मंडल