अब पास और पीटीओ (सुविधा टिकट आदेश) के लिए रेलकर्मियों को विभाग और बाबुओं का मुंह नहीं देखना पड़ेगा। 1 मार्च 2021 से  ई पास अनिवार्य हो जाएगा। पास और पीटीओ ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) से ही आनलाइन जारी किए जाएंगे। इसके लिए जोरशोर से तैयाररी चल रही है। हालांकि, 28 फरवरी तक मैनुअल (हाथ से बना) जारी होते रहेंगे।

मैनुअल पास के बंद हो जाने से कर्मचारियों की बढ़ गई थी परेशानी

एक जनवरी 2021 से ही एचआरएमएस पर आनलाइन पास और पीटीओ बनना था। कई विभागों में मैनुअल बनना बंद हो गया था। लेकिन तैयारी पूरी नहीं होने और आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) की मांग पर रेलवे बोर्ड ने राहत देते हुए मैनुअल बनाने की अवधि बढ़ा दी है। एआइआरएफ के संयुक्त महामंत्री व नरमू के महामंत्री केएल गुप्त बोर्ड के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि मैनुअल पास के बंद हो जाने से कर्मचारियों की परेशानी बढ़ गई थीं। एआइआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने इस प्रकरण को बोर्ड के समक्ष उठाया था। बोर्ड ने 22 जनवरी को मैनुअल बनाने की तिथि बढ़ाने का दिशा-निर्देश जारी कर दिया। इस निर्णय से रेलकर्मियों को राहत मिलेगी।

मैनुअल पास के बंद हो जाने से कर्मचारियों की बढ़ गई थी परेशानी

एक जनवरी 2021 से ही एचआरएमएस पर आनलाइन पास और पीटीओ बनना था। कई विभागों में मैनुअल बनना बंद हो गया था। लेकिन तैयारी पूरी नहीं होने और आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) की मांग पर रेलवे बोर्ड ने राहत देते हुए मैनुअल बनाने की अवधि बढ़ा दी है। एआइआरएफ के संयुक्त महामंत्री व नरमू के महामंत्री केएल गुप्त बोर्ड के इस निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि मैनुअल पास के बंद हो जाने से कर्मचारियों की परेशानी बढ़ गई थीं। एआइआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने इस प्रकरण को बोर्ड के समक्ष उठाया था। बोर्ड ने 22 जनवरी को मैनुअल बनाने की तिथि बढ़ाने का दिशा-निर्देश जारी कर दिया। इस निर्णय से रेलकर्मियों को राहत मिलेगी।

दरअसल, कर्मचारियों की सुविधा और व्यवस्था में पारदर्शिता के लिए बोर्ड एचआरएमएस पर ही पास जारी करने पर जोर दे रहा है। भारतीय रेलवे के कुछ डिविजनों में यह अनिवार्य भी हो गया है।

ई पास पर बुक हो जाएंगे ई टिकट  ई पास से रेलकर्मियों की दिक्कतें समाप्त हो जाएंगी। पास के लिए न विभाग का चक्कर लगाना पड़ेगा और न बाबुओं का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ई पास पर आइआरसीटीसी के वेबसाइट पर टिकट भी बुक हो जाएगा। यानी, टिकट के लिए भी काउंटर के सामने लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। पूर्वोत्तर रेलवे में करीब 50 हजार कर्मचारी तैनात हैं। इसके अलावा सेवानिवृत्त कर्मी भी हैं, जिन्हें पास की सुविधा मिलती है।