रेलवे में नौकरी करने वाले 17161 कर्मचारियों पर सेवा बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है। ये सभी कर्मचारी अपने कार्य स्थल से बिना बताए गायब चल रहे हैं। इनमें झांसी रेल मंडल के 304 कर्मचारी भी शामिल हैं। ये सभी अलग- अलग स्टेशनों पर तैनात हैं। रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने इस संबंध में कार्रवाई के लिए सभी महाप्रबंधकों को निर्देश जारी कर दिए हैं। माना जा रहा है कि सभी को नौकरी से निकाल दिया जाएगा।

रेलवे के 16 जोन में 67 मंडल हैं। इन सभी मंडलों में 11 लाख से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। इन कर्मचारियों में 17161 बिना बताए नौकरी से अनुपस्थित चल रहे हैं। इससे संबंधित कार्य स्थल का काम प्रभावित हो रहा है। इनमें कई कर्मचारी दूसरी जगह बिना बताए नौकरी करने लगे हैं या दूसरे कारणों से नौकरी को लेकर लापरवाह बने हुए हैं। इनमें रेलवे व्हील फैक्टरी, रेल कोच फैक्टरी, इंट्रीगल कोच फैक्टरी के भी 64 कर्मचारी शामिल हैं। 

12 दिसंबर को  रेलवे कर्मचारियों के काम की जानकारी के लिए रेलवे बोर्ड अध्यक्ष की मुख्य अधिशासी अधिकारियों व महाप्रबंधकों के साथ हुई बैठक में यह बात सामने आई। बताया गया कि उक्त कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने से उनका दिसंबर माह में सकल वेतन शून्य बना। ये कर्मचारी बिना सूचना के गायब चल रहे हैं।

 इस पर अध्यक्ष ने महाप्रंबधकों को सत्यापन कर उक्त कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए। ऐसी स्थिति में कर्मचारी को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। इस संबंध में जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इनमें झांसी रेल मंडल के 304 कर्मचारी भी शामिल हैं, जो बिना बताए अनुपस्थित चल रहे हैं। यह जानकारी मुख्यालय को दे दी गई है।  

मंडल में कर्मचारियों की स्थिति
झांसी रेल मंडल के 158 स्टेशनों पर 17 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं। इसमें मंडल रेल प्रबंधक व चिकित्सालय के कर्मचारी भी शामिल हैं। साथ ही, वैगन मरम्मत कारखाने में 4500 व कोच मरम्मत कारखाने में 500 कर्मचारी तैनात हैं।