रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में इस मसले पर विपक्ष पर निशाना साधा. पीयूष गोयल ने कहा कि कभी किसी ने ये नहीं कहा कि सड़कों पर सिर्फ सरकारी गाड़ियां …

विपक्ष द्वारा लगातार केंद्र सरकार पर रेलवे के निजीकरण का आरोप लगाया जा रहा है. मंगलवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में इस मसले पर विपक्ष पर निशाना साधा. पीयूष गोयल ने कहा कि कभी किसी ने ये नहीं कहा कि सड़कों पर सिर्फ सरकारी गाड़ियां ही चलनी चाहिए.

लोकसभा में रेल मंत्री पीयूष गोयल बोले कि हम पर रेलवे का निजीकरण करने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन कभी किसी ने ये नहीं कहा कि सड़क पर सिर्फ सरकारी वाहन ही चलें. क्योंकि प्राइवेट और सरकारी वाहन दोनों ही आर्थिक गतिविधि को आगे बढ़ाते हैं.

रेल मंत्री ने सदन में कहा कि रेलवे में प्राइवेट इन्वेस्टमेंट का स्वागत किया जाना चाहिए, इससे सुविधाओं में सुधार होगा. हालांकि, रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे को पूर्ण रूप से निजीकरण के हाथों में नहीं सौंपा जाएगा.

पीयूष गोयल बोले कि रेलवे सरकारी संपत्ति है और सरकारी ही रहेगी. लेकिन अगर इसमें निजी इन्वेस्टमेंट आता है, तो उससे किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए.

रेल मंत्री ने कहा कि आज रेलवे स्टेशन पर वेटिंग रूम चाहिए, एस्केलेटर चाहिए और कई ऐसी सुविधाएं चाहिए, तो उनके लिए निवेश की जरूरत पड़ेगी ही. हमने करीब 50 ऐसे रेलवे स्टेशन का चयन किया है, जिनका निर्माण मॉर्डन तरीके से किया जा रहा है.

लोकसभा में पीयूष गोयल ने जानकारी दी कि हम अब नई 44 वंदे भारत ट्रेन भी चला रहे हैं, जिनका ऑर्डर दिया जा चुका है. जल्द ही रूट तय होंगे और इन्हें शुरू कर दिया जाएगा.

आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं द्वारा लगातार केंद्र सरकार पर सरकारी संपत्तियों के निजीकरण का आरोप लगाया गया है. सिर्फ रेलवे ही नहीं, बल्कि बैंकों के निजीकरण का आरोप लग रहा है. इसी के विरोध में सोमवार और मंगलवार को बैंक यूनियन की हड़ताल हो रही है.