केंद्र सरकार ने माना है कि रेलवे के विभिन्न जोनों में ढाई लाख से अधिक पद खाली पड़े हुए हैं। इनमें से 2177 पद राजपत्रित अधिकारियों के हैं। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि  2,63,370 पद गैर-राजपत्रित कर्मचारियों के खाली हैं। माकपा सांसद डॉक्टर वी शिवदासन के सवाल के लिखित जवाब में वैष्णव ने बताया, रेलवे में कुल 265547 पद खाली हैं। 

वैष्णव के अनुसार मध्य रेलवे में राजपत्रित अधिकारियों के 56 पद खाली हैं जबकि गैर-राजपत्रित पद के मामले में यह संख्या 27,177 है। इसी प्रकार पूर्वी तटीय रेलवे में राजपत्रित अधिकारियों के 87 जबकि गैर-राजपत्रित श्रेणी के 8447 पद खाली हैं। पूर्व मध्य रेलवे में यह संख्या क्रमश: 170 और 15268 पद खाली हैं। पूर्वी रेलवे में राजपत्रित पद 195 और गैर-राजपत्रित पद 28204 खाली हैं। 

केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा कि मेट्रो रेल में राजपत्रित श्रेणी की 22 और गैर-राजपत्रित श्रेणी की 856 रिक्तियां हैं। उत्तर मध्य रेलवे में राजपत्रित श्रेणी में 141 और गैर राजपत्रित श्रेणी में 19366 पद खाली हैं। उत्तर पूर्वी रेलवे में यह संख्या क्रमश: 62 और 14232 है। उत्तरपूर्व सीमांत रेलवे में राजपत्रित अधिकारियों के पदों की रिक्तियां 112 जबकि गैर राजपत्रित श्रेणी की रिक्तियां 15677 हैं। उत्तर रेलवे में राजपत्रित पद 115 जबकि गैर-राजपत्रित 37436 पद खाली हैं। 

उत्तर पश्चिम रेलवे में राजपत्रित अधिकारियों के 100 पद खाली हैं जबकि गैरराजपत्रित श्रेणी में 15049 पद खाली हैं। दक्षिण मध्य रेलवे में रिक्तियों की संख्या क्रमश: 43 और 16741, दक्षिण पूर्व रेलवे में 88 और 9422, दक्षिण पूर्वी रेलवे में 137 और 16847, दक्षिणी रेलवे में 161 और 19500 और दक्षिण पश्चिम रेलवे में 65 और 6525 है। पश्चिम मध्य रेलवे में रिक्तियों की संख्या 59 और 11073, पश्चिम रेलवे में 172 और 26227 है। इसके अलावा अन्य यूनिटों में खाली राजपत्रित पदों की संख्या 507 और गैरराजपत्रित पद 12760 है।

रेलवे भर्ती सतत प्रक्रिया
वैष्णव ने बताया कि रेलवे में पदों का भरा जाना एक सतत प्रक्रिया है और संचालन जरूरत के अनुसार रेलवे भर्ती एजेंसियों के माध्यम से इन पदों को भरती रहती है। 

यूपी-बिहार में भर्तियों पर हंगामा
रेलवे की भर्तियों को लेकर हाल में देश में हंगामा मचा रहा है और बिहार और उत्तर प्रदेश के छात्र इसे लेकर सड़कों पर उतर आए थे। कई जगह आगजनी, रेल रोकने और सड़क जाम की घटनाएं भी हुई थीं।