रेल मंत्री ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1275 स्टेशनों का फिर से विकास किया जाएगा। इनमें सभी बड़े एवं मध्यम दर्जे के स्टेशन शामिल हैं। वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण को नया स्वरूप दिया जाएगा।

रेलवे इसी वर्ष से हाइड्रोजन ट्रेनें चलाने की तैयारी कर रहा है। बजट के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि ट्रेनों को व‌र्ल्ड क्लास बनाया जाएगा। इससे सफर करने वाले लगभग आठ सौ करोड़ लोगों की उम्मीदों पर रेलवे पूरी तरह खरा उतरने का प्रयास करेगा। इसी वर्ष दिसंबर तक देश में हाइड्रोजन ट्रेनें चलने लगेंगी। इसे पूरी तरह देसी तकनीक के आधार पर डिजाइन और निर्माण किया जा रहा है।

निवेश की कमी के चलते पूरा नहीं होता था लक्ष्य

उन्होंने कहा कि सबसे पहले कालका-शिमला हेरिटेज सर्किट पर चलेगी। इसके बाद अन्य पांच-छह अन्य सर्किट का चयन किया जा रहा है। फिर अन्य स्थानों पर भी चलाने की तैयारी है। रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे में कई वर्षों से निवेश की कमी थी, जिसके कारण लक्ष्य पूरा नहीं हो पाता था, लेकिन अब बजट की कमी नहीं होगी। यह बड़ा परिवर्तन है।

15 अगस्त तक चलेंगी 75 वंदे भारत ट्रेनें

उन्होंने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 1275 स्टेशनों का फिर से विकास किया जाएगा। इनमें सभी बड़े एवं मध्यम दर्जे के स्टेशन शामिल हैं। वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण को नया स्वरूप दिया जाएगा। अभी तक यह सिटिंग व्यवस्था के तहत बनाया जा रहा है, लेकिन अब स्लीपर ट्रेनें बनाई जा रही हैं। इसी वर्ष 15 अगस्त तक 75 वंदे भारत ट्रेनें चलानी हैं, जिन्हें चेन्नई में बनाया जा रहा है। जल्द ही हरियाणा के सोनीपत, महाराष्ट्र के लातूर और यूपी के रायबरेली में भी बनाया जाएगा।

रेल मंत्री ने कहा कि 85 प्रतिशत ट्रैक का विद्युतीकरण हो चुका है। अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट लगाया रहा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए अलग-अलग कोरिडोर होंगे। महाराष्ट्र में भी बुलेट ट्रेन का काम आगे बढ़ेगा। अभी देश में 12 किमी पटरी प्रतिदिन बिछाई जा रही है। चालू वर्ष में इसे और आगे बढ़ाएंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार ने 35 हाइड्रोजन ईंधन आधारित ट्रेनों का निर्माण करने का प्रस्ताव दिया है और पहली ट्रेन दिसंबर, 2023 तक बनाई जाएगी। जिसके तहत 4,500 नए डिजाइन वाले ऑटोमोबाइल कैरियर कोच, 5,000 एलएचबी कोच और 58,000 वैगन बनाए जाएंगे।

पटरियां बिछाने की बढ़ाई जाएगी स्पीड

इसी बीच रेल मंत्री ने पटरियां बिछाने की स्पीड बढ़ाए जाने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि दस साल पहले रोजाना 4 किमी नई पटरियां बिछाई जाती थीं। लेकिन अब रोजाना 12 किमी तक पटरियां बिछाई जा रही हैं, इस बढ़ाकर रोजाना 16 किमी किया जाएगा।