सेमी हाइस्पीड ट्रेन वंदे भारत में अब लाखों रेल कर्मियों को पास पर यात्रा करने का तोहफा मिला है। चेयरकार और एग्जीक्यूटिव क्लास में कर्मचारियों के लिए सीटें रिजर्व कर दी गई हैं। किस अधिकारी को चेयरकार और एग्जीक्यूटिव क्लास में यात्रा कर सकेंगे और किसको कितनी सीटें मिलेंगी, रेलवे बोर्ड ने इसको लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है। 2024 तक चार सौ वंदे भारत रैक यानी ट्रेन पटरी पर उतारने का लक्ष्य है।

एसी 3 टीयर इकोनोमी, सैकेंड एसी कोच, विस्टाडोम व अनुभूति कोच में भी मिल सकेगी यह सुविधा

ऐसे में अब जो वंदे भारत एक्सप्रेस के रैक बनने हैं, उसको लेकर रेल की मान्यता प्राप्त फेडरेशनों ने अपनी मांग उठानी शुरू कर दी थी। इसी को लेकर रेलवे बोर्ड ने सर्कुलर जारी किया है, जिसमें बताया है कि कौन सा अधिकारी अथवा कर्मचारी किस पास पर कौन सी क्लास में यात्रा कर सकेेंगे। इसके अलावा मेल/एक्सप्रेस या राजधानी/दुरंतो जैसी गाड़ी या शताब्दी जैसी गाड़ी, विस्टाडोम व अनुभूति कोच, एसी 3 टीयर इकोनोमी, सैकेंड एसी कोच में भी यह सुविधा मिल सकेगी।

जानकारी के मुताबिक 28 अक्टूबर 2022 को रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में लेटर जारी किया है। इस में सेंटर फार रेलवे इनफार्मेशन सिस्टम (क्रिस) को भी अपने साफ्टवेयर में बदलाव करने के निर्देश दिए हैं। निर्धारित कोटे से अधिक कर्मचारी या अधिकारी टिकट बुक करवाएंगे, तो उनको यह वेटिंग में मिलेगी। एक पास पर दो लोगों की ही सीट बुक हो सकेगी, जबकि इससे अधिक लोगों की करवानी है, तो रेल कर्मी को अपने दूसरे पास का भी उपयोग करना पड़ेगा। साल में रेल कर्मी को तीन पास जारी किए जाते हैं। रेलवे में ड्यूटी पास सहित प्रिविलेज पास, पोस्ट रिटायरमेंट कंप्लीमेंट्री पास, विडो पास जारी किए जाते हैं।

इस तरह के अलग-अलग जारी होते हैं पास

रेलवे में चेयरमैन, बोर्ड सदस्य, डीजी, जनरल मैनेजर और सीसीआर को गोल्डन पास जारी किया जाता है। इस पास पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में चार-चार सीटें मिल सकेंगी। हायर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड यानी एचएजी, सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड यानी एसएजी, जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड यानी जेएजी और सिलेक्शन ग्रेड अधिकारियों को क्रमश: दो और चार सीटें मिलेंगी। इसके अलावा अन्य ए और बी वर्ग के राजपत्रित अधिकारियों को क्रमश: पहले वर्ग में कोई सीट नहीं मिलेगी, जबकि दूसरे वर्ग में दो सीटें मिल सकेंगी।

मांग पर बोर्ड ने किया गौर : गोपाल मिश्र

आल इंडिया रेलवेमैंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन में अधिकारियों, कर्मचारियों को पास पर यात्रा की सुविधा देने की मांग की थी।इस पर रेलवे बोर्ड ने गौर किया है और इसको लेकर बोर्ड ने सर्कुलर भी जारी किया है।