तमिलनाडु के रहने वाले एक कारोबारी से दिल्ली की एक महिला ने रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर पांच करोड़ रुपये की ठगी की है। पीड़ित कारोबारी ने अपने जानकारों को नौकरी लगवाने के लिए उनसे यह रकम लेकर आरोपित को दी थी। आरोपित महिला और उसके एक अन्य साथी ने रेल भवन बुलाकर नियुक्ति पत्र भी दिए जो बाद में फर्जी निकले।

पीड़ित की शिकायत पर दर्ज हुई एफआइआर

पीड़ित की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने विकासपुरी निवासी आरोपित एस उमा और पश्चिमी दिल्ली निवासी भास्कर पोनल्ला के खिलाफ धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में एफआइआर दर्ज की है।

रेलवे में जानने वाले का दिया हवाला 

जानकारी के अनुसार, चेन्नई निवासी कारोबारी एस रविचंद्रन को एस उमा ने वर्ष 2018 में फोन कर कहा कि रेलवे में उसके कई जानकार हैं जो नौकरी लगवा देंगे। ऐसे में पीडि़त ने अपने चार जानकारों की नौकरी लगवाने की बात की। नौकरी लगवाने के बदले पांच करोड़ की डील तय हुई।

रेल मंत्रालय की मुहर लगी नियुक्ति पत्र भी सौंपे

एक करोड़ 69 लाख रुपये भास्कर और 98 लाख रुपये उमा के बैंक खाते में जमा कराए। बाकी की रकम नकद में दी गई थी। आरोपितों ने रेल मंत्रालय की मुहर लगे नियुक्ति पत्र भी दिए। बाद में रेल मंत्रालय से पता चला कि उक्त नियुक्ति पत्र फर्जी है आरोपित भी अपने फोन बंद कर फरार हो गए।