महंगाई भत्ते (Dearness Allowance)  में तीन फीसदी की बढ़ोतरी के बाद एकबार फिर केंद्रीय कर्मचारियों की मौज आने वाली है। दरअसल केंद्रीय कर्मचारियों पर केंद्र सरकार मेहरबान है और एकबार फिर इनकी सैलरी में अच्छी खासी बढ़ोतरी होने वाली है। महंगाई भत्ते में 3 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी में एकबार फिर बड़ी बढ़ोतरी का रास्ता साफ हो गया है। डीए (DA) 31 से 34 फीसदी होने के बाद बाद केंद्रीय कर्मचारियों के कई भत्ते में जल्द में जल्द इजाफे की संभावना है। केंद्रीय कर्मचारियों को एक साथ चार भत्ते में बढ़ोतरी का फायदा मिल सकता है।

34 फीसदी महंगाई भत्ता होने के बाद सातवें वेतन आयोग के मुताबिक केंद्रीय कर्मचारियों ट्रैवल अलाउंस (Travel Allowance) और सिटी अलाउंस (City Allowance) भी बढ़ जाएंगे। इसके साथ ही प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) और  ग्रेच्युटी (Gratuity) भी खुद-ब-खुद बढ़ जाएंगे। दरअसल केंद्रीय कर्मचारियों का मासिक पीएफ और ग्रेच्‍युटी की गणना बेसिक सैलरी और डीए से होती है। ऐसे में डीए के बढ़ने से पीएफ और ग्रेज्युटी भी बढ़ना तय है। इतना ही नहीं डीए बढ़ने से केंद्रीय कर्मचारियों के हाउस रेंट अलाउंस (HRA) में भी बढ़ोतरी होगी। बताया जा रहा है कि ये बढ़ोतरी 3 फीसदी तक हो सकती है।

आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने 30 मार्च 2022 को केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ता (DA) में 3 फीसदी का इजाफा किया। इससे केंद्रीय कर्मचारियों का डीए 9 महीने में बढ़कर दोगुना हो गया। केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को अब 34 फीसदी के हिसाब से डीए और डीआर मिल रहा है। केंद्र सरकार के इस ऐलान से 50 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों को सीधा फायदा हुआ है। हालांकि इससे सरकार पर सालाना 9544.50 करोड़ रुपये का बोझ बढ़ गया है।

इस बीच केंद्रीय कर्मचारी संगठन सरकार पर 18 महीने के बकाए एरियर के लिए भी लगातार दवाब बना रहा है। इन लोगों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग है कि सैलरी और अलाउंस कर्मचारियों का हक है और इसे रोका नहीं जा सकता। ऐसे में पर जनवरी 2020 से जून 2021 तक के बकाए डीए एरियर देने का दवाब है। ऐसे में केंद्रीय कर्मचारियों के डीए एरियर को लेकर भी अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है।

इस बीच अब फिर जुलाई में एक बार फिर से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के डीए बढ़ोतरी की संभावना है। इसबार केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में 4 फीसदी तक की बड़ी बढ़ोतरी हो सकती है।