रेलवे के ठेकों से अब बाहुबलियों का वर्चस्व खत्म होगा। टेंडर की जगह आनलाइन बोलियां लगेंगी। बोली में किसी भी जोन या डिविजन के ज्यादा से ज्यादा इच्छुक व्यक्ति और फर्म प्रतिभाग कर सकेंगी। निविदा प्रक्रिया को पूरी तरह सरल और पारदर्शी बनाने के लिए बोर्ड ने टेंडर की जगह ई नीलामी व्यवस्था शुरू की है। महज 12 दिन की नोटिस में प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ और वाराणसी के अलावा मुंबई, आसनसोल, दिल्ली, लखनऊ (उत्तर रेलवे), चेन्नई, सिकंदराबाद, चक्रधरपुर, बेंगलूरु और अहमदाबाद सहित 11 मंडलों में यह नई व्यवस्था लागू होगी।

ठीका के लिए टेंडर प्रक्रिया की जगह लगेंगी बोलियां, खत्म होगा बाहुबलियों का वर्चस्व

लखनऊ मंडल में नौ मई को टेंडर की जगह पहली आनलाइन बोली (ई नीलामी) लगेगी। बोली के लिए मंडल रेल प्रशासन ने नोटिस जारी कर दी है। पहले दिन गोंडा रेलवे स्टेशन पर विज्ञापन तथा 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस के सेकेंड क्लास लगेज कम गार्ड ब्रेक यान (एसएलआर) में गोरखपुर से हिसार तक 4/3.9 टन पार्सल स्पेस के लिए आनलाइन बोली लगेगी। गोंडा स्टेशन पर विज्ञापन के लिए सुबह 10 बजे से तथा गोरखधाम एक्सप्रेस के एलएसआर के लिए दोपहर 12 बजे से आधे घंटे के लिए बोली लगनी शुरू होगी।

नौ को गोंडा स्टेशन के विज्ञापन व गोरखधाम में एसएलआर के लिए लगेगी पहली बोली

प्रथम चरण में वाणिज्यिक आय और नान फेयर रेवेन्यू (गैर किराया राजस्व) संबंधित अनुबंधों को आइआरईपीएस वेबसाइट पर ई आक्शन प्लेटफार्म के माध्यम से पूरा करने का निर्णय लिया गया है। आने वाले दिनों में इंजीनियरिंग सहित अन्य विभागों में भी ई आक्शन प्लेटफार्म पर प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस व्यवस्था में प्रतिस्पर्धा बढ़ने के साथ कठिन नियम और शर्तों की अनिवार्यता समाप्त होंगी। प्रक्रिया पूरी होने में बेवजह समय भी नहीं लगेगा। ई नीलामी में भाग लेने वाले व्यक्ति या फर्म की आवश्यक योग्यता उसका वित्तीय टर्न ओवर होगा। बोली में भाग लेने के लिए ई आक्शन प्लेटफार्म पर पंजीकरण करना होगा। स्वघोषित दस्तावेज गलत पाए जाने पर जमानत राशि जब्त कर ली जाएगी। सभी भुगतान आनलाइन होंगे।

कार्यों के निष्पादन में पारदर्शिता एवं प्रतिस्पर्धा में बढ़ोत्तरी के क्रम में वाणिज्य संबंधी निविदाओं को ई ऑक्शन के माध्यम से करने का निर्णय लिया गया है। नई व्यवस्था से कम समय मे ही वाणिज्यिक कार्यों की निविदाएं फाइनल होंगी, जिससे यात्रियों की सुविधाओं में सुधार होगा। – पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी- पूर्वोत्तर रेलवे।