रेलकर्मियों के लिए राहत भरी खबर है । आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन ( एआइआरएफ ) की पहल पर रेलवे बोर्ड ने 43600 ग्रेड पे से ऊपर वाले रेलकर्मियों की रात्रिकालीन ड्यूटी भत्ता फिर से बहाल करने की तैयारी शुरू कर दी है ।

इसके लिए बोर्ड ने मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है । साथ ही एआइआरएफ की मांग का हवाला देते हुए रात्रिकालीन ड्यूटी भत्ता शुरू करने की सिफारिश की है । रेलवे बोर्ड के साथ पिछले वर्ष नई दिल्ली में हुर्द स्थायी वार्ता तंत्र ( पीएनएम ) की बैठक में एआइआरएफ ने रेलकर्मियों की रात्रिकालीन भत्ता को फिर से चालू करने की मांग की थी ।

एआइआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र की चर्चा के बाद रेलवे बोर्ड ने रात्रिकालीन ड्यूटी भत्ता फिर से शुरू करने का आश्वासन दिया था । इसी क्रम में बोर्ड ने मंत्रालय को पत्र लिखा है । बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही रात्रिकालीन भत्ता दोबारा शुरू हो जाएगा । एआइआरएफ के संयुक्त महामंत्री व एनई रेलवे मजदूर यूनियन ( नरम् ) के महामंत्री केएल गुप्त ने बोर्ड की इस पहल का स्वागत किया है ।

उन्होंने कहा है कि रेलकर्मियों का भत्ता रोकना रेल हित में नहीं है । इसको लेकर कर्मियों में आक्रोश है ।

एआइआरएफ की मांग पर रेल मंत्रालय को लिखी चिट्ठी , की सिफारिश रेलवे बोर्ड की इस पहल का किया स्वागत एक अक्टूबर 2020 से बंद है भत्ता कोविड काल के दौरान एक अक्टूबर 2020 से ही भारतीय रेलवे स्तर पर 43600 ग्रेड पे से अधिक वेतन पाने वाले टिकट चेकिंग स्टाफ सहित रनिंग स्टाफ ( लोको पायलट , गार्ड , स्टेशन मास्टर व ट्रैक मेंटेनर आदि ) का रात्रिकालीन ड्यूटी भत्ता बंद है ।

भत्ता बंद होने के बाद जुलाई 2017 से इसकी रिकवरी करने की घोषणा पर रेलकर्मी भड़क उठे थे । इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ आर्गनाइजेशन ( आइआरटीसीएसओ ) ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था । आर्गनाइजेशन के संरक्षक टीएन पांडेय ने कहते हैं कि भत्ता नहीं देना है तो रात्रिकालीन ड्यूटी भी बंद कर देनी चाहिए । टिकट धराए 491 लोग टीम ने बिना टिकट 491 लोगों को पकड़ा । इनसे जुर्माना के रूप में 3,53,610 रुपये की वसूली की गई है । मास्क नहीं पहनने वाले 13 लोगों से 2600 जुर्माना वसूला गया ।