नार्दर्न रेलवे मैंस यूनियन और रेलवे अधिकारियों के बीच स्थायी वार्ता तंत्र (पीएनएम) की बैठक हुई, जिसमें रेल प्रशासन की ओर से कहा गया कि फंड के अभाव के कारण रेलवे क्वार्टरों की मरम्मत नहीं हो रही है। बैठक में रेलवे कर्मचारियों से जुड़े 35 मामलों पर चर्चा की गई।

पीएनएम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मंडल रेल प्रबंधक अजय नंदन ने कहा कि रेल संचालन और आय बढ़ाने में रेलवे कर्मचारियों की अहम भूमिका होती है। रेलवे अधिकारियों का दायित्व बनता है कि कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान करने, वेल्फेयर के लिए काम करना चाहिए।

नरमू से प्रतिनिधियों द्वारा जर्जर रेलवे क्वार्टर व सड़कों का मुद्दा उठाया गया। क्वार्टरों की मरम्मत नहीं होने से बरसात में पानी टपकता है। सड़कों में जगह-जगह पर गड्ढे होने से चलना मुश्किल हो गया है। इंजीनियरिग विभाग के अधिकारियों ने कहा कि इस बार क्वार्टर आदि की मरम्मत के लिए बजट नहीं मिला है। बजट के लिए मुख्यालय पत्र भेजा है।

नरमू सदस्यों ने कहा कि गंभीर रूप से बीमार रेलवे कर्मचारी प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराता है और रेलवे के नियम के अनुसार इलाज में खर्च हुई राशि के लिए आवेदन किया जाता है तो कर्मचारियों के आवेदन पर दो साल तक विचार नहीं किया जाता है। उक्त राशि के भुगतान में पारदर्शिता लाने का मामला उठाया। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि इस समस्या का भी शीघ्र समाधान किया जाएगा। बैठक में मंडल के नौ रेल फाटक पर गेट मैन से 12 घंटे के स्थान पर आठ घंटे ड्यूटी कराने पर रेल प्रशासन सहमत हो गया है।

बैठक में एडीआरएम एमएस मीना, सीनियर डीपीओ अवधेश कुमार, सीनियर डीसीएम सुधार कुमार सिंह, सीनियर डीओएम सुधीर सिंह, के अलावा नरमू के मंडल अध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा, मंडल मंत्री राजेश चौबे, केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रवीना सिंह, एमपी चौबे, पीएस नेगी, एके सिघल, सुहेल खालिद, गोपेश चौधरी, नफीस अहमद समेत सभी ब्रांच सचिव उपस्थित थे।