रेलवे कर्मचारी अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स)ऋषिकेश में फ्री इलाज करा सकेंगे। मंडल रेल प्रशासन ने एम्स के साथ करार कर किया है। एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सक टेली मेडिसिन के द्वारा इलाज की सुविधा उपलब्ध कराएंगे।

मंडल रेल अस्पताल में बड़ी बीमारी के उपचार की सुविधा नहीं है। ऐसे में बीमार कर्मचारी या उसके परिवार वालों को इलाज कराने के लिए मुरादाबाद के प्राइवेट अस्पताल या दिल्ली के प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने को भेजा जाता है। वर्तमान में एम्स या पीजीआई जैसे बड़े अस्पताल में इलाज कराने की सुविधा उपलब्ध नहीं है। मंडल रेल प्रशासन ने एम्स ऋषिकेश से करार किया है, इसके बाद रेलवे कर्मचारियों को फ्री में इलाज उपलब्ध होगा।

शनिवार को मंडल रेल प्रशासन की ओर से मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. जगदीश चंद्रा और एम्स के डायरेक्टर प्रोफेसर डा. रविकांत के साथ करार हुआ है। एम्स ऋषिकेश में मुरादाबाद रेल मंडल के कर्मचारी, उसके परिवार वालों का फ्री में इलाज किया जाएगा। यहां उसके लिए बेड भी आरक्षित होंगे। जिससे बड़े से बड़े आपरेशन भी एम्स में किया जाएगा।

डा. जगदीश चंद्रा ने बताया कि मुरादाबाद रेल मंडल के अलावा देश के अन्य मंडल के कर्मचारियों व उसके परिवार वाले इलाज करा सकते हैं। एम्स में इलाज कराने वाले को रेलवे अस्पताल मुरादाबाद से रेफर कराना होगा। कर्मचारियों के इलाज करने में आने वाला खर्च रेल प्रशासन करता है। एम्स ऋषिकेश में रेल कर्मचारियों के लिए अलग काउंटर खोला जाएगा। एम्स के चिकित्सक टेली मेडिसन द्वारा रेलवे के डाक्टर को सलाह देकर रोगियों का इलाज करने की सुविधा उपलब्ध होगी। दूसरे रेल मंडल के कर्मचारियों को एम्स ऋषिकेश में इलाज कराने के लिए मुरादाबाद रेलवे अस्पताल से रेफर करना होगा।