हर कोई चाहता है कि उसकी सैलरी बढ़े, लेकिन फिलहाल सरकार के एक फैसले से आपको जो हर महीने सैलरी मिल रही है. उसपर भी कैंची चल सकती है. दरअसल, जल्द ही आपकी दरअसल, जल्द ही आपकी टेक होम सैलरी घटने वाली है. इसका एक फायदा भी है कि आपके पीएफ खाते में हर महीने का योगदान बढ़ जाएगा.

टीवी चैनल आज तक की न्यूज वेबसाइट के मुताबिक केंद्र सरकार चारों श्रम कानूनों को लागू करने जा रही है. इस कानून को लागू होते ही आपके टेक होम सैलरी और पीएफ स्ट्रक्चर में बदलाव हो जाएगा. पीटीआई की खबर के मुताबिक बदलाव से आपकी टेक होम सैलरी घट जाएगी, जबकि भविष्य निधि यानी पीएफ में बढ़ोतरी हो जाएगी.

दरअसल नए कानून से कर्मचारियों के मूल वेतन (बेसिक) और भविष्य निधि की गणना के तरीके में उल्लेखनीय बदलाव आएगा. बता दें, श्रम मंत्रालय ने औद्योगिक संबंध, वेतन, सामाजिक सुरक्षा, व्यावसायिक और स्वास्थ्य सुरक्षा तथा कार्यस्थिति को एक अप्रैल, 2021 से लागू करना चाहता था. इन चार श्रम संहिताओं से 44 केंद्रीय श्रम कानूनों को सुसंगत किया जा सकेगा.

मंत्रालय ने इन चार संहिताओं के तहत नियमों को अंतिम रूप भी दे दिया था. लेकिन इनका क्रियान्वयन नहीं हो सका, क्योंकि कई राज्य अपने यहां संहिताओं के तहत इन नियमों को अधिसूचित करने की स्थिति में नहीं थे. ऐसे में इन चार संहिताओं के तहत केंद्र और राज्यों दोनों को इन नियमों को अधिसूचित करना होगा, तभी संबंधित राज्यों में ये कानून अस्तित्व में आएंगे

वहीं कुछ राज्य इन कानूनों के क्रियान्वयन के लिए नियमों को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं. ऐसे में अगले एक-दो महीने में इसे अंतिम रूप दे दिया जाएग, क्योंकि कंपनियों और प्रतिष्ठानों को नए कानूनों से तालमेल बैठाने के लिए कुछ समय देना होगा.

नई वेतन संहिता के तहत भत्तों को 50 प्रतिशत पर सीमित रखा जाएगा. इसका मतलब है कि कर्मचारियों के कुल वेतन का 50 प्रतिशत मूल वेतन होगा. भविष्य निधि की गणन मूल वेतन के प्रतिशत के आधार पर की जाती है, इसमें मूल वेतन और महंगाई भत्ता शामिल रहता है.