केंद्रीय कर्मचारियों को अपने महंगाई भत्ता की बहाली का इंतजार है. जून 2021 तक इस पर रोक लगी हुई है. लेकिन, 1 जुलाई से यह रोक हटेगी.

केंद्रीय कर्मचारियों को अपने महंगाई भत्ता की बहाली का इंतजार है. जून 2021 तक इस पर रोक लगी हुई है. लेकिन, 1 जुलाई से यह रोक हटेगी और कर्मचारियों को पिछली तीन किस्तों का पैसा मिलेगा. उम्मीद है कि उनका DA बढ़कर 28 फीसदी हो जाएगा. वहीं, जून 2021 में बढ़ने वाले DA को जोड़ लें तो यह आंकड़ा 32 फीसदी तक पहुंच सकता है. हालांकि, अभी इस पर फैसला होना बाकी है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि हर साल जिस महंगाई भत्ते का केंद्रीय कर्मचारी बेसब्री से इंतजार करते हैं, वो कैसे तय होता है? कैसे पता चलता है कि महंगाई भत्ता कितना बढ़ेगा? आइये समझते हैं…

कॉस्ट ऑफ लिविंग और कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स से लिंक होता है DA

महंगाई दर में बढ़ोतरी के कारण इस बार सरकारी कर्मचारियों को उम्‍मीद है कि उनका DA सबसे ज्‍यादा बढ़ेगा. DA कर्मचारी को मिलने वाली सैलरी का कंपोनेंट है. यह सीधे तौर पर कर्मचारी की कॉस्‍ट ऑफ लिविंग से जुड़ा होता है और कंज्‍यूमर प्राइस इंडेक्‍स से लिंक होता है. महंगाई भत्ते (Dearness allowance) को केंद्र सरकार समय-समय पर रिवाइज (संशोधित) करती है. इसकी कैलकुलेशन (गणना) बेसिक पे को आधार मानकर फीसदी में की जाती है.

साल में दो बार बढ़ता है Dearness allowance

कागजों में कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता 24 फीसदी हो चुका है. लेकिन, यह गैप अभी भरा नहीं है. वहीं, अब जनवरी 2021 में आए AICPI के आंकड़ों से इसके और बढ़ने की संभावना है. साल में दो बार DA घोषित होता है, पहली किस्त जनवरी से जून तक और दूसरी जुलाई से दिसंबर तक दी जाती है. जानकारों के मुताबिक, 7th Pay Commission के तहत मिलने वाला DA पूरी तरह टैक्‍सेबल होता है. मतलब आपको जितनी रकम महंगाई भत्‍ते के नाम पर मिलती है वह टैक्‍सेबल होती है.

ऐसे होती है DA Calculation

DA ऑल इंडिया कंज्‍यूमर प्राइस इंडेक्‍स (AICPI) से लिंक होता है. इसके फॉर्मूले में AICPI का औसत लिया जाता है.
DA% = ((AICPI का औसत (आधार वर्ष 2001=100) बीते 12 माह के लिए -115.76)/115.76)x100

शहर के आधार पर मिलता है महंगाई भत्ता

DA कर्मचारी के दफ्तर की लोकेशन के आधार पर अलग होता है. शहरी क्षेत्र के लिए DA ज्‍यादा होगा. वहीं, अर्द्ध शहरी क्षेत्र और गांव के लिए DA कम होगा.

PSU कर्मचारियों का DA कैसे तय होता है?

अब अगर PSU (पब्लिक सेक्टर यूनिट्स) में काम करने वाले लोगों के महंगाई भत्ते (Dearness allowance) की बात की जाए तो इसके कैलकुलेशन का तरीका यह है- महंगाई भत्ता प्रतिशत= (बीते 3 महीनों के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का औसत (Base Year 2001=100)-126.33))*100

पेंशनर्स का कैसे बढ़ता है DR?

वेतन आयोग की ओर से जब भी सैलरी स्ट्रक्चर को रिवाइज किया जाता है तो उसके साथ ही सेवानिवृत्त कर्मचारियों के DR में भी बदलाव हो जाता है. इसी तरह जब DA में इजाफा होता है तो फिर उसी दर के मुताबिक, पेंशनरों के डीआर में भी बढ़ोतरी की जाती है.