रेलवे के कोरोना योद्धाओं के लिए रेलटेल ने नए सॉफ्टवेयर का ट्रायल शुरू किया है। इस मोबाइल एप के माध्यम से किसी भी आपात स्थिति में रेलवे कर्मचारी को तुरंत उपचार मिल सकेगा। सॉफ्टवेयर का नाम अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली यानी एचएमआईएस (हास्पिटल मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम) है। उत्तर रेलवे दिल्ली में इस पर ट्रायल भी शुरू हो चुका है।

कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर प्रत्येक व्यक्ति खौफ के साए में जी रहा है, लेकिन रेलवे के कोरोना योद्धा आमजन की सहूलियत के लिए दिन-रात कार्य कर रहे हैं। यात्रियों को जहां एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है, वहीं जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति के लिए मालगाड़ियों का भी संचालन किया जा रहा है। ऐसे में रेलवे कर्मचारी जान जोखिम में डालकर लगातार कार्य कर रहे हैं। अपने कर्मचारियों की सेहत व तंदुरुस्ती के लिए अब रेलवे ने रेलटेल के बनाए नए साफ्टवेयर का सहारा लेना शुरू कर दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत उन्हें उपचार मिल सके।

घर बैठे ही शुरू होगा उपचार
रेलटेल के सीएमडी पुनीत चावला और जीएम नावेद तालिब ने बताया कि एचएमआईएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से रेलकर्मी को उपचार के लिए अस्पताल जाने की जरूरत नहीं होगी। एप के माध्यम से मोबाइल पर ही कर्मचारी को विशेषज्ञ डॉक्टर द्वारा उपचार के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश दिए जाएंगे।


कराना होगा रजिस्ट्रेशन, दर्ज होगा रिकॉर्ड
गूगल क्रॉम के माध्यम से पहले नए सॉफ्टवेयर को मोबाइल में अपलोड करना होगा और फिर रेलवे कर्मचारी व उनके परिजन एप पर रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। मोबइल पर ही डॉक्टर उपचार, दवाई और टेस्ट की जानकारी देंगे और इसका रिकॉर्ड पर भी एप पर ही रखा जाएगा। अप्वाइंटमेंट मिलने के बाद संबंधित डॉक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मरीज को परामर्श देंगे और बीमारी से जुड़ी दवा और जांच लिखेंगे। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मौजूदा समय में रेलवे ने कोरोना मरीजों को परामर्श देने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है। इसी पर उन्हें चिकित्सीय परामर्श दिया जाता है।
कर्मचारियों को मिलेगी राहत
रेल टेल के नए सॉफ्टवेयर से कर्मचारी को अस्पताल जाए बिना ही बीमारी के उपचार के लिए परामर्श मिलेगा। कोरोना काल में यह सुविधा काफी सहायक सिद्ध होगी। इससे कर्मचारियों को बहुत राहत मिलेगी।


कर्मचारियों के लिए संजीवनी
नया सॉफ्टवेयर रेलवे कर्मचारियों के लिए संजीवनी साबित होगा क्योंकि रेलवे कर्मचारी दिन-रात कार्य करते हुए जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति और यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। ऐसे में मोबाइल एप के माध्यम से जब रेलवे कर्मचारियों को तुरंत उपचार मिल जाएगा तो वह मानसिक व शारीरिक तौर पर काफी मजबूत होंगे।
यादराम उपाध्याय, मंडल सचिव, यूआरकेयू।
रेलवे कर्मचारियों के उपचार के लिए रेलटेल का नया सॉफ्टवेयर काफी कारगर साबित होगा। इससे कर्मचारी को घर बैठे ही उपचार, दवा और टेस्ट आदि की जानकारी मिल जाएगी।
आलोक कुमार, सह प्रबंधक रेलटेल।