वित्तीय वर्ष 2020-21 का यह आखिरी महीना चल रहा है। सभी टैक्सपेयर्स को इस महीने की आखिरी तारीख तक टैक्स का भुगतान कर देना है। 31 मार्च के बाद टैक्स का भुगतान करने पर टैक्सपेयर्स को पेनाल्टी देनी पड़ेगी। कई बार अन्य इन्वेस्टमेंट ना होने करने की वजह से टैक्सपेयर्स को ज्यादा टैक्स देना पड़ता है। अगर आप ज्यादा टैक्स देने से बचना चाहते हैं और अपने इनवेस्टमेंट पर ज्यादा रिटर्न चाहते हैं तो पीपीएफ, वीपीएफ और एफडी अच्छे विकल्प बन सकते हैं। आइए जानते हैं किसमें निवेश करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। 

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) अगर आप लम्बे समय के लिए अपने पैसे को इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो आपके लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक बेहतर विकल्प है। अगर आप यहां पैसा इंवेस्ट करते हैं तो आपका पैसा पूरी तरह से सिक्योर रहेगा। साथ ही टैक्स में अच्छी छूट भी मिलेगी। पीपीएफ में अधिकतम 1.5 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है, वह भी 15 साल के लिए। लेकिन सिर्फ टैक्स सेविंग के मकसद से इसमें निवेश ना करें। 

वाॅलेंटरी प्रोविडेंट फंड (VPF)  अगर कोई कर्मचारी 12 फीसदी से अधिक का योगदानी पीएफ में कर रहा है तो वह वाॅलेंटरी प्रोविडेंट फंड के अंदर आता है। इसमें कर्मचारी अपनी पूरी सैलरी इनवेस्ट कर सकता है। इसमें भी इंवेस्ट करने पर आपको टैक्स में छूट मिलेगी। लेकिन यहां सिर्फ सैलरी कर्मचारी ही इनवेस्ट कर सकते हैं।

फिक्सड डिपाॅजिट (FD)  फिक्सड डिपाॅजिट आज भी लोगों के बीच लोकप्रिय इंवेस्टमेंट प्लान बना हुआ है। एफडी में जहां पैसे को लेकर सिक्योरिटी रहती है। वहीं इसमें आपको बेहतर रिटर्न भी मिलता है। इसमें आपकी आमदनी पर जब ब्याज से 10 हजार रुपये से अधिक होगी तब टीडीएस कटेगा। इस योजना का फायदा हर कोई उठा सकता है। कोई फर्म, कंपनी सभी इसके जरिए छूट ले सकती हैं। ऐसे में टैक्स सेविंग के साथ-साथ इंवेस्टमेंट करने का यह एक बेहतर विकल्प है।