विभाग के कुल रिक्त पदों के सापेक्ष 10 फीसद पदों पर आयोजित होने वाली पदोन्नति परीक्षा में दूसरे विभागों के कर्मी भी बैठ सकेंगे। अभी तक सिर्फ विभाग के कर्मचारी को ही एलडीसी में भाग लेने की अनुमति थी। रेलवे बोर्ड के इस निर्णय पर कर्मचारियों मेें खुशी है।

रेलवे की पदोन्नति परीक्षा में अब सबको मौका मिलेगा। लिमिटेड डिपार्टमेंटल कंपटीटिव इग्जामिनेशन (एलडीसीई) में अब दूसरे विभागों के कर्मचारी भी बैठ सकेंगे। रेलवे बोर्ड ने एलडीसीई को ओपेन टू आल कर दिया है। प्रथम चरण में रेलकर्मियों को यह सुविधा अभी परिचालन विभाग में ही मिलेगी।

जानकारों के अनुसार विभाग के कुल रिक्त पदों के सापेक्ष 10 फीसद पदों पर आयोजित होने वाली पदोन्नति परीक्षा में दूसरे विभागों के कर्मी भी बैठ सकेंगे। अभी तक सिर्फ विभाग के कर्मचारी को ही एलडीसी में भाग लेने की अनुमति थी। रेलवे बोर्ड के इस निर्णय पर कर्मचारियों मेें खुशी है। कर्मचारी संगठनों ने भी प्रसन्नता जताई है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के महामंत्री केएल गुप्त के अनुसार यह मामला कई सालों से लंबित था। आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) ने इस मामले को बोर्ड के समक्ष प्रमुखता से उठाया था। इस निर्णय से रेल लाइनों पर कार्य करने वाले कर्मियों के अलावा अन्य विभाग (वाणिज्य, विद्युत, यांत्रिक, स्टोर, कार्मिक और लेखा आदि) के कर्मचारियों को भी लाभ मिलेगा।

अब प्वाइंटमैन और सफाईकर्मी भी बन सकेंगे चल टिकट परीक्षक

लिमिटेड डिपार्टमेंटल कंपटीटिव इग्जामिनेशन के तहत रेलवे बोर्ड ने एक और राहत प्रदान कर दी है। बोर्ड ने कहा है कि वाणिज्य विभाग कुल रिक्त पदों के सापेक्ष 17 फीसद पद एलडीसीई के जरिये भर सकता है। इसमें विभा के अलावा प्वाइंटमैन और सफाईकर्मी भी भाग ले सकेंगे। अन्य शेष पदों में 50 फीसद सीधी भर्ती व 33 फीसद विभागीय पदोन्नति के माध्यम से भरी जाएगी। ऐसे में रेल लाइनों पर कार्य करने वाले प्वाइंटमैन और स्टेशनों व कार्यालयों में कार्य करने वाले सफाईकर्मी भी एलडीसीई पास कर चल टिकट परीक्षक (टीटीई) और टिकट क्लर्क बन सकते हैं। रेलवे बोर्ड ने इस आशय का आदेश भारतीय रेलवे के समस्त जोनल कार्यालयों को जारी कर दिया है।