हाइलाइट्स:

  • भारतीय रेल (Indian Railways) ने कम दूरी के यात्री किराये (Passenger fare) में बढ़ोतरी कर दी है
  • इस पर रेलवे का कहना है कि अनावश्यक यात्रा में कमी लाने के लक्ष्य से किराये में मामूली वृद्धि की है
  • रेलवे के तर्क पर दैनिक यात्रियों (Daily Passengers) ने नाराजगी जाहिर की है
  • इनका कहना है कि कोरोना काल में अनावश्यक रूप से कोई यात्रा नहीं करता

भारतीय रेल (Indian Railways) ने कम दूरी के यात्री किराये (Passenger fare) में बढ़ोतरी कर दी है। इस पर रेलवे का कहना है कि अनावश्यक यात्रा में कमी लाने के लक्ष्य से किराये में मामूली वृद्धि की है। रेलवे के तर्क पर दैनिक यात्रियों (Daily Passengers) ने नाराजगी जाहिर की है। इनका कहना है कि कोरोना काल में अनावश्यक रूप से कोई यात्रा नहीं करता। सब अपना और परिवार का पेट पालने के लिए रिस्क लेकर घर से निकल रहे हैं।

रोजी रोटी के लिए निकलते हैं घर से डिविजनल रेवले यूजर्स कंसल्टेटिव कमिटी (DRUCC) के सदस्य योगेंद्र चौहान ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को सुबह ट्विट किया। इसमें लिखा कि अनावश्यक रूप से कोई भी यात्रा नहीं करता। लोग अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए घर से निकलते हैं। रेल, आम आदमी की जीवन रेखा है। पैसेंजर ट्रेन को चलाइए, जिससे लोग अपने रोजगार को बचा सकें। अब समय है कि आप ग्राउंड लेवल पर पूछताछ कराएं, जिससे आप वास्तविक सच्चाई से परिचित हो सकें। जिसे भूख लगी है, वो घर से निकलेगा। रेल मंत्री के सलाहकार कौन हैं? कौन आदमी होगा कि जो अपने जेब से पैसा खर्च करके अनावश्यक खर्चा करता है। क्या नौकरी पर जाने वाले, बिजनेसमैन, मरीज अनावश्यक रूप से रेल में सफर करते हैं? ये रेलवे का बेतुका तर्क है। अब तो पहले के मुकाबले कोरोना के केस घटे हैं और वैक्सीनेशन भी चल रहा है।

रोज रिजर्व टिकट बुक कर आ रहे हैं दैनिक यात्री दैनिक यात्री संघ, पटौदी रोड के अध्यक्ष योगेंद्र ने बताया कि जब से स्पेशल ट्रेन (Special Trains) चल रही हैं, तभी से वह रोजाना आश्रम एक्सप्रेस (Ashram Express) में टिकट बुक करके आ रहे हैं। जनरल कोच में 100 सीट हैं। इसमें वेटिंग वाले यात्री भी आ जाते हैं। इन्हें कोई प्लेटफॉर्म पर भी नहीं रोकता है। जयपुर, अलवर, रेवाड़ी, पटौडी से रोजाना यात्री ट्रेन में सवार होते हैं। ऐसी जानकारी मिली है कि रेल में बिना टिकट के भी यात्री सफर कर रहे हैं। इससे जनरल कोच में सोशल डिस्टेंस भी फॉलो नहीं हो पा रहा है।

अनावश्यक यात्रा नहीं करते दैनिक यात्री डेली पैसेंजर्स असोसिएशन के महासचिव बालकृष्ण अमरसरिया ने कहा कि दैनिक यात्री कभी बिना वजह यात्रा नहीं करता। दिल्ली-एनसीआर के दैनिक रेल यात्री अपने परिवार का पेट पालने के लिए ट्रेन में सफर करते हैं। लाखों दैनिक रेल यात्री जवानी में सफर शुरू करते हैं और बुढ़ापे तक सफर करते रहते हैं। यह अनावश्यक यात्रा नहीं है। रेलवे को अधिक पैसेंजर ट्रेन (More Passenger Trains) चलाकर टिकट सस्ता करना चाहिए। दरअसल, इंडियन रेलवे का कहना है कि कोविड-19 अभी भी है। कुछ राज्यों में स्थिति बिगड़ रही है। कई राज्यों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है और उन्हें यात्रा करने के लिए हतोत्साहित किया जा रहा है। किराए में मामूली वृद्धि को ट्रेनों में भीड़ होने से और कोविड-19 को फैलने से रोकने के रेलवे के प्रयास के रूप में देखा जाना चाहिए।

इस दर से हुई किराये में बढ़ोतरी रेल प्रवक्ता के मुताबिक, बढ़े हुए किराए की बात अगर आप कम दूरी के लिए करेंगे, तो ये प्रतिशत में ज्यादा लगेगा। क्योंकि 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दो स्टेशनों के बीच अगर टिकट 10 रुपये का था तो अब ज्यादा में मिलेगा। लेकिन, अगर 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दो स्टेशनों के बीच के किराए की बात करें, तो ये सिर्फ 10 प्रतिशत के करीब होगा।