7th Pay Commission: उत्तर पश्चिम रेलवे के कर्मचारियों को ये चिंता सताए जा रही है कि कहीं उनकी सैलरी कट तो नहीं जाएगी। उत्तर पश्चिम रेलवे के कर्मचारियों को ये चिंता सताए जा रही है कि कहीं उनकी सैलरी कट तो नहीं जाएगी। दरअसल, कर्मचारी इस बात को लेकर परेशान हैं कि जिन्होंने कोरोना संक्रमित होने के बाद क्वॉरंटीन में समय बिताया था। उस अविध का उन्हें पैसा मिलेगा भी या नहीं? जिन कर्मचारियों के पास ईएल या पीएल नहीं है उनका क्वॉरंटीन पीरियड का पैसा कटेगा। हालांकि इससे पहले सरकार ने कहा था कि क्वॉरंटीन पीरियड को स्पेशल लीव में गिना जाएगा। चिंता इस बात की है जो लोग लॉकडाउन के बाद क्वॉरंटीन में रहे हैं। उनकी लीव को कैसे गिना जाएगा? इसे लेकर फिलहाल स्थिति साफ नहीं है।

13,117 कर्मचारियों को लग चुका है टीका:  इससे पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संसद को बताया था कि कोविड -19 के खिलाफ अब तक लगभग 13,117 रेलवे स्वास्थ्य कर्मचारियों का टीकाकरण किया जा चुका है। लोकसभा में एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि रेलवे कर्मचारियों का टीकाकरण चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है।

पहले चरण में रेलवे स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया जा रहा है। अब तक, 13,117 रेलवे स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगाया गया है। उन्होंने कहा कि अगले चरण में टीकाकरण के लिए 3,70,316 फ्रंट लाइन रेलवे कर्मचारियों की पहचान की गई है।

30,000 से अधिक रेलवे कर्मचारी अब तक COVID-19 से संक्रमित हुए हैं और लगभग 700 लोगों की इससे मौत हुई है। इससे पहले कोरोनो वायरस टीकाकरण के लिए रेलवे से 4.3 लाख कर्मचारियों को चुना गया था। इनमें स्टेशन मास्टर्स, इंजन ड्राइवर, सुरक्षाकर्मी, टिकट चेकर और ट्रैकमैन शामिल हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा टिकट चेकर को टीके लगाए गए हैं। स्टेशन मास्टर्स सहित लगभग 36,000 स्टेशन कर्मचारियों के नाम सूची में हैं। 70,000 से अधिक इंसपेक्टर, टिकट चेकर और अन्य लोग हैं जो ट्रेनों और स्टेशनों पर काम करते हैं।

लगभग 70,000 रेलवे सुरक्षा बल के हैं, जबकि 41,000 लोको पायलट और 44,000 सहायक लोको पायलटों को वैक्सीन लगेगी। इसके अलावा, 8,000 ट्रैकमैन और लगभग 6,000 शंटर्स की पहचान की गई है। भारतीय रेलवे के हेल्थकेयर स्टाफ को भी टीका लगाया जाएगा। लगभग 32,000 स्वास्थ्य कर्मियों और लगभग 5,000 कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारी सूची में हैं।