नरमू की पहल पर 4500 ट्रैकमैनों को पदोन्नति का लाभ दिया है। 1800 ग्रेड पे पर तैनात कर्मचारी 1900 2400 और 2800 ग्रेड पे पर तैनात किए गए हैं। साथ ही उनकी वरिष्ठता भी निर्धारित कर दी गई है।

पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने रेल लाइनों पर कार्य करने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों (ट्रैकमैनों) की भी सुध ली है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) की पहल पर 4500 ट्रैकमैनों को पदोन्नति का लाभ दिया है। 1800 ग्रेड पे पर तैनात कर्मचारी 1900, 2400 और 2800 ग्रेड पे पर तैनात किए गए हैं। साथ ही उनकी वरिष्ठता भी निर्धारित कर दी गई है।

रेलवे प्रशासन के इस निर्णय पर कर्मचारियों में खुशी है। नरमू के महामंत्री केएल गुप्त के अनुसार आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) ने इस प्रकरण को रेलवे बोर्ड में उठाया था। बोर्ड ने 28 मार्च 2019 को ही रिस्ट्रक्चङ्क्षरग के नए नियमों तहत ट्रैकमैनों को पदोन्नति देने का दिशा-निर्देश जारी किया था। अब कर्मचारियों को बोर्ड के नए नियमों का लाभ मिलने लगा है। सेवानिवृत्त के समय उनका वेतन सम्माजनक हो जाएगा। दरअसल, ग्रुप डी में 1800 ग्रेड पे पर तैनात अधिकतर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बिना पदोन्नति पाए सेवानिवृत्त हो जा रहे थे। वे विभागीय पदोन्नति परीक्षा में भी नहीं बैठ पाते। ऐसे में सेवाकाल के दौरान 1800 से 1900 तक ग्रेड पे के बाद वे पदोन्नति से वंचित रह जाते। पद के साथ आर्थिक हानि भी उठानी पड़ रही थी। 

नरमू का धरना प्रदर्शन आज अप्रेंटिस धारकों की समस्याओं को लेकर एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) 12 फरवरी को महाप्रबंधक कार्यालय के सामने अपराह्न 1.30 बजे धरना-प्रदर्शन करेगी। यह जानकारी महामंत्री केएल गुप्त ने दी।

एनएफआइआर ने की अप्रैल 2022 तक ट्रांसफर पर रोक की मांग नेशलन फेडरेशन आफ इंडियन रेलवे (एनएफआइआर) ने पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ की पहल पर अप्रैल 2022 तक कर्मचारियों के ट्रांसफर पर रेलवे बोर्ड से रोक लगाने की मांग की है। संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय व प्रवक्ता एके सिंह के अनुसार कोविड-19 को देखते हुए 31 मार्च 2021 तक ही कर्मचारियों के ट्रांसफर पर रोक लगी हुई है। हालांकि, मंडल प्रशासन दिशा-निर्देशों की अनदेखी करते हुए कर्मचारियों का लगातार ट्रांसफर कर रहे हैं।