अब पुराने स्टेशनों पर ही आवास रख सकेंगे रेलकर्मी महाप्रबंधक द्वारा जारी निर्देश में ईसीआरकेयू का उल्लेख कर्मचारियों की इस परेशानी को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की ओर से काफी गंभीरता से उठाया गया था

रेलकर्मियों का एक समय-सीमा के अंदर एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पर तबादला कर दिया जाता है। तबादले के साथ ही उन्हें सरकारी आवास को भी खाली करना पड़ता है। ऐसे में बच्चों के स्कूल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। आवास नहीं खाली करने पर उन्हें निलंबित तक होना पड़ता था। कर्मचारियों की इस परेशानी को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन की ओर से काफी गंभीरता से उठाया  गया था। महासचिव एसएनपी श्रीवास्तव की ओर से महाप्रबंधक के समक्ष इसे रखा गया था। महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी की ओर से इस सबंध में आदेश जारी कर अब रेल कर्मियों को पुराने स्टेशन  पर ही अपना सरकारी आवास रखने की छूट दे दिया गया है। इससे हजारों रेलकर्मियों को  काफी फायदा  मिलेगा।

कर्मचारी संघ ने प्रमुखता से उठाई थी मांग इस संबंध में ईसीआरकेयू के प्रवक्ता एके शर्मा ने बताया कि पुराने नियम के कारण बहुत से रेलकर्मी निलंबित हो गए थे। कई को बाध्य होकर आवास खाली करना पड़ा, जिससे उन्हें विभिन्न प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ा। ईसीआरकेयू ने प्रारंभ से ही इस मामले को गंभीरता से लिया था। जिन व्यक्तियों ने ईसीआरकेयू के शाखा पदाधिकारियों और केंद्रीय नेतृत्व को अपनी समस्या बताई उन्हें सस्‍पेन्शन से मुक्त कराया गया और मंडल रेल प्रशासन के समक्ष उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई न करने का अनुरोध किया गया।

सुदूर स्‍थानों पर पदस्‍थापित रेल कर्मियों को मिलेगा लाभ इसी कड़ी में महाप्रबंधक स्तर पर महामंत्री एस एन पी श्रीवास्तव, अध्यक्ष डी के पांडेय द्वारा पूरे ज़ोन की भौगोलिक परिस्थितियों और सभी स्टेशन पर आवास, शिक्षा और चिकित्सा सुविधाओं के उपलब्ध नहीं होने के आधार पर रेलकर्मियों को उनकी सुविधा के अनुसार उनके पुराने स्टेशन पर ही आवास रखने की अनुमति प्रदान करने का आग्रह किया गया। इस पर महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी ने 14 जनवरी 2021 को सभी मंडलों के उच्च प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा निर्देश देते हुए सुदूर क्षेत्रों का आकलन कर स्थानांतरित हुए रेलकर्मी को उनके पुराने पदस्थापना वाले स्टेशन पर रेल आवास रखने की अनुमति देने को कहा है। ईसीआरकेयू के केंद्रीय संगठन मंत्री मनोज कुमार पाण्डेय ने बताया कि ऐसा निर्णय लेने वाला भारतीय रेल में पूर्व मध्य रेलवे एकमात्र जोन है। इस दिशानिर्देश के बाद अब रेलकर्मी मंडल में सुदूर वर्ती क्षेत्रों में पदस्थापना होने पर अपने सुविधा के अनुसार पहले वाले स्टेशन पर रेल आवास रख सकते हैं। यह ईसीआरकेयू की अद्वितीय उपलब्धि है ।