गुजरात के सूरत में देश में भर्ती परीक्षाओं और नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा नया नहीं है। अलग-अलग जगहों पर परीक्षाओं में होने वाली धांधली से भर्ती में बाधा तो उत्पन्न होती ही है, साथ में अभ्यर्थी भी निराश होकर रह जाते हैं। 

लाइव हिंदुस्तान ने लिखा कि सूरत में रेलवे रिक्रूटमेंट सेल (आरआरसी) की ओर से तीन जनवरी को हुई रेलवे भर्ती परीक्षा में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यह परीक्षा निजी फर्म एनटीपीसी और टीसीएस के माध्यम से जूनियर क्लर्क और कमर्शियल क्लर्क पदों के लिए करवाई गई थी। ऑनलाइन आयोजित की गई इस परीक्षा में करीब 12 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इसके अलावा अहमदाबाद में इसका सेंटर भी था।

सूरत और आसपास के लगभग ढाई हजार छात्र इसमें बैठे थे। पश्चिम रेलवे विजिलेंस विभाग की शुरुआती जांच के मुताबिक, इस परीक्षा का पेपर 7 घंटे पहले वॉट्सऐप पर जारी कर एक से पांच लाख रुपए तक ऐंठे गए थे। मामले का खुलासा तब हुआ जब आरआरसी का आधिकारिक परिणाम घोषित होने से पहले ही गिरोह ने फर्जी वेबसाइट बनाकर रिजल्ट घोषित कर दिया। 

विजिलेंस सूत्रों के मुताबिक, प्राइवेट फर्म एनटीपीसी और टीसीएस के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। जब इस फर्जीवाड़े के सम्बन्ध में आरआरसी (मुंबई) से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि, हमने अभी रेलवे भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी ही नहीं किया है।