रेलवे पिछले तीन साल से एलडीसीई कोटे से विभागीय परीक्षा का आयोजन नहीं कर रहा है। इससे इंजीनियरिंग विभाग के होनहार चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को अवर अभियंता बनने का मौका नहीं मिल पा रहा है। इससे पात्र कर्मचारी निराश हैं।

रेलवे का इंजीनियरिंग विभाग अवर अभियंता के 20 फीसदी रिक्त पद अपने ही चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की विभागीय परीक्षा कराकर भरता है। इसमें ट्रैक मेंटेनर, लौहार, वेल्डर, एलाइनर, पेंटर, कारपेंटर आदि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को परीक्षा में बैठने का मौका दिया जाता है। इसके लिए कर्मचारी की तीन साल तक नियमित नौकरी होना जरूरी है। साथ ही किसी भी मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान और कंप्यूटर विज्ञान में से किन्हीं तीन विषयों में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्पीण अथवा सिविल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा होना जरूरी है। निर्धारित प्रशिक्षण व मेडिकल परीक्षा पास करना भी जरूरी है।

31 मई 2017 को 23 पद भरने के लिए आवेदन मांगे गए थे। मगर प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी कई पद खाली रह गए। इसके बाद से अभी तक एलडीसीई कोटे से रिक्तियां नहीं निकाली गई। इससे कर्मचारी निराश हैं। ऐसे ही एक कर्मचारी मिथलेश ने महाप्रबंधक को ट्वीट कर पूछा है कि एलडीसीई कोटे से भर्तियां कब निकलेगी? इस संबंध में जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि विभागीय कोटे से रिक्तियां भरने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है।