अब जिस स्टेशन पर ट्रेन का स्‍टॉपेज होगा, केवल वहीं पर खानपान की व्यवस्था होगी। ऐसे स्‍टेशन जहां ट्रेनें नहीं रुकती हैं, वहां पर खानपान का स्टॉल बंद कर दिया जाएगा। इस संबंध में आदेश जारी कर द‍िए गए हैं।

अनलॉक शुरू होने के बाद एक जून से ट्रेन संचालन शुरू हो गया था। रेलवे बोर्ड ने स्टेशनों पर खानपान व अन्य स्टॉल चालू करने के आदेश द‍िए थे। लाइसेंस शुल्क अधिक होने के कारण वेंडर स्टॉल खोलने के ल‍िए तैयार नहीं थे। बाद में रेलवे बोर्ड ने लाइसेंस शुल्क पर 95 फीसद की छूट दी और अक्टूबर से देश भर में सात सौ त्योहार स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू कराया। इन ट्रेनों का कई स्टेशनों पर ठहराव क‍िया गया। शुल्क कम होते ही आबादी के बीच पड़ने वाले छोटे स्टेशनों पर भी खान-पान स्टॉल चालू कर दिया गया। ऐसे स्‍टॉल से यात्रियों के बजाय आबादी के लोग खाने-पीने की चीजें खरीदने लगे।

एक दिसंबर से त्योहार स्पेशल और 17 दिसंबर से कोहरे के कारण काफी ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया। मुरादाबाद रेल मंडल में 70 जोड़ी ट्रेन के स्थान पर 14 जोड़ी ट्रेनें चल रहीं हैं। कई स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव ही नहीं होता है। रेलवे बोर्ड ने कोरोना का हवाला देते हुए दोबारा आदेश दिया है। कहा है क‍ि ज‍िन स्टेशनों पर ट्रेनों के स्टापेज हैं, केवल उसी स्टेशन पर खानपान व अन्य यात्री सुविधा वाले स्टॉल खोले जाएं। इसके अलावा जहां ट्रेनें नहीं रुकती हैं,वहां सभी प्रकार के स्टॉल बंद करा दे।

सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेश सिंह ने बताया कि जहां ट्रेन का स्टापेज नहीं है, ऐसे सभी स्टेशनों पर सभी प्रकार के स्टॉल को बंद कर दिया जाएगा।