डीए बढ़ोत्तरी पर सरकार अगले साल जून के बाद ही फैसला ले सकती है। कर्मचारियों और पेंशनर्स को महंगाई भत्ता किस दर पर दिया जाए इसका फैसला इस दिन के बाद हो सकता है। अगर डीए में बढ़ोत्तरी होती है तो सैलरी और पेंशन बढ़कर मिलने लगेगी।

कोरोना संकट के चलते केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को पुरानी दर पर ही महंगाई भत्ते का भुगतान किया जा रहा है। इस साल अप्रैल में लिए गए फैसले के बाद महंगाई भत्ते का फायदा 17 फीसदी की दर से ही दिया जा रहा है। मौजूदा समय में इसकी दर 21 फीसदी है। सरकार ने अप्रैल में फैसला किया था कि अगले डेढ़ साल तक डीए बढ़ोत्तरी पर रोक रहेगी।

डीए बढ़ोत्तरी पर सरकार अगले साल जून के बाद ही फैसला ले सकती है। कर्मचारियों और पेंशनर्स को महंगाई भत्ता किस दर पर दिया जाए इसका फैसला इस दिन के बाद हो सकता है। अगर डीए में बढ़ोत्तरी होती है तो सैलरी और पेंशन बढ़कर मिलने लगेगी।

दरअसल महंगाई भत्ता साल में दो बार बढ़ाया जाता है लेकिन कोरोना के चलते सरकारी खजाने पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। ऐसे में सरकार महंगाई भत्ते के जरिए इसकी ‘भरपाई’ कर रही है। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में सरकार इस पर राहत दे सकती है। फिलहाल 50 लाख से ज्यादा कर्मचारियों और 55 लाख से ज्यादा पेंशनर्स पर इसका सीधा असर पड़ रहा है।

डीए पर केंद्र सरकार ने कड़ा फैसला लेने के बाद हालांकि कर्मचारियों और पेंशनर्स को थोड़ी राहत देने की कोशिश की है। बीते महीने दिवाली के मौके पर 30 लाख से ज्यादा नॉन गैजेस्टेड कर्मचारियों को दिवाली बोनस का भुगतान किया गया है।