इंडियन रेलवे के कर्मचारी अब प्रोविडेंट फंड (पीएफ) से जुड़े कई काम ऑनलाइन कर सकेंगे। रेलवे ने डिजिटल ह्यूमन रिसोर्सेस मैनेजमेंट (एचआरएमएस) सिस्टम शुरू कर दिया है। बेहतर उत्पादकता और कर्मचारी संतुष्टि के लिए यह सिस्टम पूरी तरह से ऑनलाइन काम करेगा। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ विनोद कुमार यादव ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसे लॉन्च किया है। इससे कर्मचारियों के साथ-साथ पेंशनर्स को भी फायदा पहुंचेगा।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह कदम रेलवे प्रणाली की दक्षता और उत्पादकता में सुधार लाने के उद्देश्य से है और भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में लिया गया एक अहम कदम है।

इनमें अलग-अलग मॉड्यूल की व्यवस्था की गई है जिसमें से एक पीएफ एडवांस मॉड्यूल है, जो अपने पीएफ बैलेंस की जांच करने और पीएफ एडवांस के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने में कर्मचारियों को सहुलियत प्रदान करता है। ऑनलाइन होने के कारण प्रॉसेस समय पर पूरी होगा। यानी कर्मचारी घर बैठे पीएफ एडवांस के लिए आवेदन कर सकेंगे। रेलवे के बयान के मुताबिक इससे सबसे बड़ा फायदा रिटायर हो रहे कर्मचारी को होगा।

महंगाई भत्ते पर अगले साल तक राहत मिलने की उम्मीद: इस साल केंद्रीय कर्मचारियों को कोरोना संकट के चलते पुरानी दर (17 फीसदी) पर ही महंगाई भत्ते का भुगतान किया जा रहा है। यह व्यवस्था अगले साल जून 2021 तक लागू रहेगी। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि अगले साल जून के बाद महंगाई भत्ते पर राहत मिल सकती है।