लॉकडाउन की वजह से 23 मार्च से बंद ट्रेनें अब जल्द ही पटरी पर दौड़ती दिखेंगी। ट्रेनों को नियमित करने के लिए रेलवे के आलाधिकारियों ने मंथन करना शुरू कर दिया है। सबकुछ ठीक रहा तो दिसंबर महीने से कई ट्रेनें अपने पुराने नंबर से नियमित रूप से चलेंगी। विधानसभा चुनाव को लेकर ट्रेनों को हरी झंडी नहीं मिल सकी, लेकिन दिसंबर से कई और गाडिय़ों के परिचालन की हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। रेलवे अधिकारी के अनुसार झारखंड के लिए वनांचल और पटना के लिए इंटरसिटी के अलावा मुंबई के लिए एलटीटी सुपरफास्ट चल सकती है। मालदा मंडल की ओर से कई ट्रेनें को चलाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। दरअसल, अभी मालदा रेल मंडल से विक्रमशिला एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र मेल, अगरतल्ला एक्सप्रेस, सुपर एक्सप्रेस और मेमू सवारी गाड़ी को कोविड स्पेशल बनाकर चलाया जा रहा है। वहीं, दिसंबर महीने से रेलवे अपनी महत्वपूर्ण ट्रेनों का परिचालन नियमित करने की तैयारी में है। पुराने नंबर से ही ट्रेनों को चलाया जाएगा।

अगले महीने आएगी नई समय सारिणी रेलवे बोर्ड की ओर से ऐसे तो जून-जुलाई में ही ट्रेनों की नई समय-सारिणी जारी की जाती है। इस बार कोरोना और लॉकडाउन के कारण नंवबर में टाइम टेबल जारी होने का समय निर्धारित हुआ, लेकिन अब दिसंबर में नई समय-सारिणी जारी होने की उम्मीद है। मालदा मंडल के डीआरयूसीसी के सदस्य अभिषेक जैन ने भागलपुर-दानापुर इंटरिसटी, वनांचल एक्सप्रेस और लोकमान्य तिलक टर्मिनल सुपरफास्ट का परिचालन की मांग की है। इसके लिए पत्र भी लिखा गया है। इन ट्रेनों के चलने से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।

नवंबर के बाद नहीं चलेगी स्पेशल अभी भागलपुर से आनंद विहार टर्मिनल, यशवंतपुर के लिए चल रही अंग एक्सप्रेस स्पेशल, गांधीधाम और अमरनाथ एक्सप्रेस स्पेशल का परिचालन 30 नवंबर से बंद हो जाएगा। रेलवे ने पर्व को देखते हुए इसका परिचालन की तारीख 30 नंवबर ही तय किया है। इधर, किऊल-नई दिल्ली रेल सेक्शन पर ट्रेनों की औसतन स्पीड 130 कर दी गई है। अभी विक्रमशिला पहले की तरह ही 80-90 किमी की रफ्तार से चल रही है। रफ्तार बढऩे के बाद भागलपुर से आनंद विहार टॢमनल की 1209 किमी दूरी तय करने में समय की बचत होगी। अभी करीब 20.55 घंटे लगते हैं।