रेल कर्मचारियों और अफसरों को रेल क्वार्टर और बंगले में रहने के लिए पहले से ज्यादा किराया चुकाना होगा। रेलवे में क्वार्टर और बंगले के किराए में 10 फीसद की बढ़ोतरी की गई है। नई व्यवस्था एक जुलाई 2020 से प्रभावी होगी। रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर फाइनेंस (एक्सपेंडिचर) आशीष सिंह ने इस संबध में सभी जोन को आदेश भी जारी कर दिया है।

रेलवे ने किराए का जो स्लैब तैयार किया है, उसके मुताबिक टाइप वन क्वार्टर से टाइप पांच तक के बंगले के किराए में प्रतिमाह अब 10 प्रतिशत ज्यादा किराया चुकाना होगा। वहीं कर्मचारियों के क्वार्टर और अफसरों के बंगले जितने वर्गमीटर में फैले हैं, रेलवे अब उसी के मुताबिक किराया वसूलेगी। रेल अफसरों को गैराज और सर्वेट क्वार्टर के लिए भी 10 फीसद अधिक रकम किराए के तौर पर चुकाने होंगे। धनबाद रेल मंडल में करीब 20 हजार रेलकर्मी हैं। इनमें से हजारों रेलवे के क्वार्टरों में रहते हैं। इन्हें बढ़े किराए का भुगतान करना होगा।

इतना बढ़ा किराया

टाइप वन क्वार्टर

पहले 86

अब 100

अफसर बंगला ( टाइप-5)

पहले 3720

अब 4430

सर्वेट क्वार्टर

पहले 84

अब 100

गैरेज

पहले 60

अब 70

बोले यूनियन के नेता

रेल क्वार्टरों के किराए में बढ़ोतरी होनी चाहिए। लेकिन क्वार्टरों का समय पर मेंटनेंस भी जरूरी है। धनबाद रेल मंडल के ज्यादातर क्वार्टर जर्जर हो चुके हैं। बारिश के दौरान परिवार के साथ रहना काफी मुश्किल होता है। रेल प्रशासन जल्द से जल्द जर्जर और क्षतिग्रस्त हो चुके रेल क्वार्टरों का मेंटेनेंस कराए। रेलकर्मियों की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है।

राकेश प्रसाद, मंडल मंत्री, ईस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर यूनियन