रेलकर्मियों के रात्रि भत्ते में अब कटौती नहीं की जाएगी। रात्रि भत्ते के कटौती को रोकने के लिए रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी कर दिए हैं। एआईआरएफ के महामंत्री शिव गोपाल ने बोर्ड के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि रात्रि भत्ता में मद में हुए भुगतान की रिकवरी पर फेडरेशन ने जोरदार लड़ाई लड़ी। फेडरेशन के दबाव के कारण ही बोर्ड ने रिकवरी पर रोक लगाई। एनडीए पर लगी सीलिंग को हटाने का प्रयास फेडरेशन के माध्यम से किया जा रहा है। मामले की जानकारी देते हुए शिव गोपाल ने बताया कि फेडरेशन की मांग पर रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को अपने आदेश में यह स्पष्ट उल्लेख किया है कि फेडरेशन की मांग पर रात्रि भत्ते के एरियर की कटौती को रोका जाए और इसके उचित स्पष्टीकरण के लिए भारत सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण मंत्रालय से बातचीत की जाएगी। उन्होंने कहा है कि यूनियन के सक्रिय सदस्यों के संघर्ष का ही यह परिणाम है।

रात्रि भत्ते के एरियर की कटौती का ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन और उसकी अनुषंगी जोनल यूनियन ईसीआरकेयू ने कड़ा विरोध किया था और पूरे मंडल और जोन में धरना प्रदर्शन किया थ। मंडल रेल प्रबंधक को पत्र लिखकर अनुरोध भी किया था कि इस विषय पर रेलवे बोर्ड से एआईआरएफ की बात चल रही है और निर्णय आने तक फिलहाल इस कटौती को रोक दिया जाए। उधर रेल प्रशासन ने भी इसकी कटौती के लिए सूची जारी कर दी थी और नवंबर माह से दस महीनों में जुलाई 2017 से भुगतान की गई राशि को कर्मचारियों के वेतन से काटने की तैयारी कर लिया था। इस कटौती से मंडल के अधिकांश कर्मचारियों से लाखों रुपए कटौती होने का खतरा बढ़ गया था । लेकिन वर्तमान में नए आदेश के आने के बाद रेलकर्मचारियों ने राहत की सांस ली है ।