सरकार ने इस साल अप्रैल महीने में कोरोना संकट के लंबे समय तक बने रहने की वजह से डीए में डेढ़ साल तक बढ़ोत्तरी को टाल दिया था। कर्मचारियों और पेंशनर्स को इस फैसले से निराशा हुई लेकिन इसके बाद अलग-अलग फैसलों के जरिए राहत भी मिली है।

कोरोना संकट के चलते केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को पुरानी दर पर ही महंगाई भत्ते का भुगतान किया जा रहा है। मौजूदा समय में महंगाई भत्ता (डीए) 21 फीसदी की दर से दिया जाना था लेकिन फिलहाल 17 फीसदी की दर ही लागू है। कर्मचारियों और पेंशनर्स पर इस कटौती का असर जनवरी 2020 से जून 2021 तक पढ़ेगा। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि इस डेडलाइन (जून 2021) के बाद कर्मचारियों को महंगाई भत्ते पर राहत मिल सकती है। अगर ऐसा होता है तो महंगाई भत्ता बढ़कर मिलेगा। इससे कर्मचारियों को बढ़कर सैलरी मिलेगी और पेंशनर्स को पेंशन बढ़कर मिलेगी।

सरकार ने इस साल अप्रैल महीने में कोरोना संकट के लंबे समय तक बने रहने की वजह से डीए में डेढ़ साल तक बढ़ोत्तरी को टाल दिया था। कर्मचारियों और पेंशनर्स को इस फैसले से निराशा हुई लेकिन इसके बाद अलग-अलग फैसलों के जरिए राहत भी मिली है।

डीए पर मिली निराशा के बाद सरकार ने कर्मचारियों को लीव ट्रैवल अलाउंस (LTA), लीव ट्रेवल कन्सेशन (LTC) और दिवाली बोनस पर खुशखबरी दीं। 30 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को बोनस दिया गया है। वित्त वर्ष 2019-2020 के लिए प्रोडक्टिविटी और नॉन प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस जारी किए गए हैं। हालांकि यह नॉन गैजेस्टेड कर्मचारियों को ही दिया गया है।