रेलवे ने अब एसी चेयर कार और एक्जीक्यूटिव क्लास में सफर करने वाले यात्रियों को लुभाने की कोशिश की है। इन श्रेणियों में चार्ट बनने के बाद बची सीटों पर छूट को बरकरार रखने का एलान किया गया है। इससे आापातकाल में सफर करने वाले यात्रियों को थोड़े कम पैसे में कंफर्म सीट भी मिल जाएगी और रेलवे को खाली सीट से होनेवाले नुकसान की भरपाई भी हो सकेगी। अगले साल सितंबर तक के लिए इस योजना को विस्तार दिया गया है। रेलवे बोर्ड के उप निदेशक यात्री विपणन (तृतीय) रोहित कुमार ने इस संबंध में सभी जोन को आदेश भी जारी कर दिया है।

धनबाद, बोकारो और रांची के यात्रियों को फिलहाल रांची से हावड़ा जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में इस सुविधा का लाभ मिलेगा। शताब्दी एक्सप्रेस के चेयर कार और एक्जीक्यूटिव क्लास में चार्ट बनने के बाद खाली सीट की बुकिग कराने पर 10 फीसद की रियायत मिलेगी। हालांकि रियायत सिर्फ मूल किराए में दी गई है। आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट शुल्क, जीएसटी और डायनमिक किराया में छूट लागू नहीं होगी। उदाहरण के तौर पर धनबाद से रांची तक का एसी चेयर कार का किराया 485 रुपये है। इसमें मूल किराया 269 रुपये के साथ आरक्षण शुल्क 40, सुपरफास्ट शुल्क 45, जीएसटी 24 और डायनमिक किराया 107 रुपये शामिल है। यात्री को 10 फीसद रियायत केवल मूल किराए पर ही मिलेगी। यानी 27 से 30 रुपये तक ही बचत होगी।

एग्जीक्यूटिव क्लास – 1085 कागज के पास अब फेल, मोबाइल से क्लिक कीजिए ई-पास भेज देगी रेल : रेलवे कर्मचारियों को पास-पीटीओ के लिए अब डीआरएम ऑफिस का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। वे अपने मोबाइल से आवेदन देंगे और संबंधित विभाग मोबाइल पर ही ई-पास उपलब्ध करा देगा। पास-पीटीओ की दशकों पुरानी परंपरा रेलवे ने बदल दी है। नई व्यवस्था एक अक्टूबर से ही लागू हो गई थी। इसके साथ ही रेलवे ने यह आदेश भी जारी कर दिया था कि एक नवंबर से सेवारत कर्मचारियों को सिर्फ डिजिटल पास-पीटीओ ही जारी होंगे। कागज पर जारी होनेवाला पास और पीटीओ बंद होगा। सोमवार से इसे भी लागू कर दिया गया। धनबाद में डीआरएम ऑफिस के पास सेक्शन ने कर्मचारियों के लिए इससे जुड़ी सूचना भी जारी कर दी है।