IRCTC/Indian Railways : यदि आप त्योहार के सीजन में घर जाने की सोच रहे हैं तो यह बात आप जान लें…नहीं तो आप स्टेशन पर खडे रहेंगे और ट्रेन नहीं आएगी. जी हां…किसान आंदोलन (Farmer Bill) का असर कई ट्रेनों पर पडा है.

रेलवे ने किसानों के द्वारा किये जा रहे आंदोलन के कारण कई ट्रेनों को कैंसल करने का निर्णय लिया है. इसका सबसे ज़्यादा असर पंजाब की तरफ जाने या वहां से चलने वाली ट्रेनों पर हुआ है. किसानों के बंद बुलाने और आंदोलन को देखते हुए रेलवे (Railway) ने अपनी कई ट्रेनों को पूरी तरह या आंशिक तौर पर रद्द करने का काम किया है.

उत्तर रेलवे ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी कटरा ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ सहित कई ट्रेन सेवाएं किसान आंदोलन के कारण रद्द कर दी गई हैं. किसान आंदोलन के बंद होते ही सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी.

20 अक्तूबर से 30 नवंबर के बीच चलेंगी ट्रेनें : झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में 196 जोड़ी नयी ट्रेनें चलायी जायेंगी. दुर्गापूजा से पहले चलनेवाली इन ट्रेनों को ‘फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन’ का नाम दिया गया है. 20 अक्तूबर से 30 नवंबर के बीच चलनेवाली इन ट्रेनों की पूरी सूची रेलवे बोर्ड ने मंगलवार को जारी कर दी है. रेलवे के अधिकारी ने बताया कि अलग-अलग रेलवे जोन से मिले प्रस्तावों को रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दे दी है. इनमें झारखंड से चलनेवाली नौ ट्रेनें भी शामिल हैं. झारखंड से चलनेवाली ट्रेनों में बहुप्रतीक्षित रांची-जयनगर, रांची-पटना, रांची-हावड़ा और टाटा-हावड़ा एक्सप्रेस शामिल हैं. रेलवे बोर्ड ने हटिया-लोकमान्य तिलक टर्मिनल, हटिया-यशवंतपुर, आनंद विहार टर्मिनल से रांची, टाटा-यशवंतपुर और टाटा-पटना एक्सप्रेस को भी चलाने की स्वीकृति दे दी है.

अलग-अलग राज्यों के लिए ट्रेनों को हरी झंडी : उधर, बिहार एवं पश्चिम बंगाल से भी अलग-अलग राज्यों के लिए ट्रेनों को हरी झंडी दे दी गयी है. सियालदह से जयनगर, न्यू जलपाईगुड़ी एवं जम्मूतवी के लिए ट्रेन को मंजूरी दी गयी है. वहीं, हावड़ा से रक्सौल के बीच चलनेवाली ट्रेन को भी स्वीकृति दी गयी है. इन ट्रेनों में कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए ही लोग यात्रा कर सकेंगे.