रेलवे में पद समाप्त होने पर किसी भी कर्मचारी को नहीं निकाला जाएगा, उस कर्मचारी को उसके पद के अनुसार काम द‍िया जाएगा। बीमार व अधिक उम्र वाले कर्मचारियों को एक स्थान पर बैठकर काम करने वाली जगहों पर तैनात क‍िया जाएगा।

दरअसल रेलवे बोर्ड ने मंडल भर से बीमार और 55 वर्ष से अधिक उम्र के कर्मियों की सूची मांगी है। इसके अलावा रिक्त पदों के 50 पद को समाप्त करने की भी तैयारी की जा रही है। मुरादाबाद रेल मंडल में तीन हजार से अधिक पद रिक्त हैंं, बोर्ड की गाइड लाइन के आधार पर 50 फीसद पद समाप्त क‍िए जा सकते हैं। मंडल में 55 वर्ष से अधिक उम्र के पांच हजार कर्मचारी हैंं। रेलवे बोर्ड ने संरक्षा से संबंधित पदों को छोड़कर अन्य विभागों में नए पदों के सृजन पर रोक लगा दी है।

रेलवे की इस तैयारी के बाद तो कर्मचारियों के बीच कई तरह की चर्चा है और वे भयभीत भी हैंं। जिस विभाग का पद समाप्त कर जाएगा, वहां के कर्मचारियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। इसी तरह से बीमार या 55 साल से अधिक उम्र के कर्मी सेवा से हटा दिए जाएगे। कर्मचारी इस मामले की जानकारी करने ट्रेड यूनियन लीडर के पास पहुंच रहे हैं। ट्रेड यूनियन लीडर इस चर्चा को लेकर रेलवे बोर्ड के अधिकारियों से सवाल कर रहे हैं।

पिछले माह अधिकारियों के साथ आनलाइन वार्ता करते हुए रेलवे बोर्ड के महानिदेशक (मानव संसाधन) आनंद एस खाटी ने स्पष्ट कर दिया कि पद समाप्त किए जाने पर या अधिक उम्र के कर्मचारी की नौकरी से नहीं हटाया जाएगा। इस संबंध में देश से सभी महाप्रबंधक को पत्र भी भेज चुके हैं। कर्मचारियों के कामकाज में कुछ बदलाव क‍िया सकता है। जिस पद पर कर्मचारी तैनात है, उसी पद पर उनसे काम कराया जाएगा।

उदाहरण के लिए टीटीई के पद पर काम करने वाले कर्मचारी को आफिस में लिपिक या बुकिंग क्लर्क का काम द‍िया जा सकता है। इसी तरह अन्य विभाग के कर्मचारियों के काम में भी बदलाव क‍िए जा सकते हैं।