सेंट्रल रेलवे भुसावल मंडल के डीआरएम के निर्देश खंडवा स्टेशकोरोनान के कर्मचारी नहीं मानते हैं। चार दिन पहले बुधवार को निरीक्षण पर आए डीआरएम विवेक कुमार गुप्ता ने प्लेटफार्म नंबर-6 से स्टेशन परिसर में प्रवेश के तीनों गेटों को बंद करने के निर्देश दिए थे। जिसका पालन तो दूर किसी अधिकारी-कर्मचारी ने इस ओर ध्यान देने की भी जरूरत नहीं समझी।
चार दिन पहले की तरह की प्लेटफार्म नंबर-6 की दीवार में तीन जगह बने गेट के सामने गाड़ी खड़ी कर रेलवे स्टाफ परिसर में बिना स्क्रीनिंग के परिसर में आ-जा रहे हैं, जबकि एक सप्ताह के भीतर ही डिप्टी स्टेशन मैनेजर और प्वाइंट्समैन कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। वहीं इससे पहले आरपीएफ के जवान भी संक्रमित हो चुके हैं। प्लेटफार्म नंबर-6 पर पहला गेट जो दीवार तोड़कर बनाया गया है व रनिंग रूम के पास है, वहीं दो गेटों के लिए बाकायदा दीवारों में जगह छोड़कर दरवाजे भी लगाए गए हैं। गौरतलब है निरीक्षण के दौरान ही डीआरएम गुप्ता ने अधिकारियों से कहा था प्लेटफार्म नंबर-6 की ओर से स्टेशन परिसर में स्टाफ का भी प्रवेश बंद करें। इन्हें भी प्लेटफार्म नंबर-5 की ओर से स्क्रीनिंग के बाद ही स्टेशन पर आने दें।
रेलवे कर्मियों की नहीं केवल यात्रियों की कर रहे स्क्रीनिंग – इधर, प्लेटफार्म नंबर-5 पर यात्रियों के प्रवेश व निकास के लिए अलग-अलग द्वार बनाए गए हैं। प्रवेश द्वारा पर यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग नॉन कांटेक्ट थर्मामीटर से हो रही है। वहीं प्लेटफार्म नंबर-5 से प्रवेश करने वाले रेलवे स्टाफ के स्वास्थ्य की जांच नहीं की जा रही है। रेलकर्मी अपनी मर्जी से आ जा रहे हैं।
90 यात्रियों के लिए बुक हुए रेलवे काउंटर से 50 टिकट
शनिवार को रेलवे काउंटर से 50 टिकट 90 यात्रियों के लिए विभिन्न ट्रेनों से यात्रा के लिए बुक हुए, जो पहले की अपेक्षा बहुत ही कम है। वहीं शुक्रवार को 85 टिकट 160 यात्रियों के लिए बुक हुए थे। जबकि 95 यात्रियों ने टिकट रद्द कराए थे। रेलवे ने 40 टिकट की बुकिंग रद्द होने पर यात्रियों को लगभग 18 हजार रुपए रिफंड किए थे।