नवरात्र शुरू होने के साथ ही ट्रेनों में भीड़ भी बढ़ने लगी है। ट्रेन में कन्फर्म टिकट मिलना मुश्किल हो गया है। अधिकांश महत्वपूर्ण ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची है। इस स्थिति यात्रियों की सुविधा के लिए उत्तर रेलवे ने 37 विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। इसके साथ ही नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच भी लगाए जा रहे हैं। इन प्रयासों से दस लाख के करीब अतिरिक्त सीट की व्यवस्था की जा रही है जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोग त्योहार के दिनों में अपनों के पास पहुंच सकें।








दशहरा, दिवाली और छठ पूजा के आसपास किसी भी ट्रेन में जगह नहीं है। श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा और पूर्व दिशा की ओर जाने वाली ट्रेनों ज्यादा भीड़ है। दिवाली व छठ पूजा के दिनों के टिकट तो चार माह पहले ही बुक हो गए थे। ऐसे में कई लोग तत्काल में टिकट लेने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भीड़ को देखते हुए यह भी आसान नहीं है। यात्रियों की इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन ने विशेष ट्रेनें चलाने का फैसला किया है।




23 नियमित ट्रेनों में लगाए गए हैं अतिरिक्त कोच: कई विशेष ट्रेनों की घोषणा हो गई है और आने वाले दिनों में कई और घोषित होंगी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि उत्तर रेलवे ने 37 विशेष ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया था जिसे मंजूरी मिल गई है। इन ट्रेनों के कुल 466 फेरे होंगे जिससे लगभग नौ लाख यात्री सफर कर सकेंगे। विशेष ट्रेन चलाने के साथ ही 23 नियमित ट्रेनों में 40 अतिरिक्त कोच भी लगाए जा रहे हैं। अतिरिक्त कोच लगाने से त्योहार के मौसम में लगभग 80 हजार से ज्यादा सीट उपलब्ध हो सकेंगी।

पिछले वर्ष विशेष ट्रेनों के लगे थे 366 फेरे : अधिकारियों ने बताया कि पिछले वर्ष त्योहार के दिनों में कुल 67 विशेष ट्रेनों के 366 फेरे लगे थे। इस तरह से पिछले वर्ष की तुलना में इस बार ट्रेनों की संख्या जरूर कम है लेकिन फेरे ज्यादा लगेंगे। यदि भीड़ ज्यादा हुई तो विशेष ट्रेनों की संख्या और भी बढ़ा दी जाएगी। दूसरे जोन से भी विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं जिसका लाभ भी दिल्ली एनसीआर के लोगों को मिलेगा।




राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली: शारदीय नवरात्र शुरू हो गया है। इस दौरान कई लोग व्रत रखकर केवल सात्विक भोजन करते हैं। ऐसे में यदि उन्हें यात्र करनी पड़ जाए तो सबसे ज्यादा दिक्कत भोजन को लेकर होती है। व्रत रखने वाले यात्रियों को घर से फलाहार लेकर चलना पड़ता है या फिर फलों के सहारे रहना पड़ता है। उनकी इस परेशानी को दूर करने के लिए भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) ने ‘व्रत की थाली’ उपलब्ध कराने का फैसला किया है।

व्रत का भोजन साबूदाना, दूध, सेंधा नमक, कुट्टु का आटा, आलू सहित कुछ सब्जियों व फलों से तैयार किया जाता है। इस शारदीय नवरात्र में यात्रियों को ट्रेन में भी इस तरह के भोजन मिलेंगे। आइआरसीटीसी ने ई-कैटरिंग में व्रत के भोजन को भी शामिल किया है, जिसे वह कुछ खास स्टेशनों पर स्थित रेस्तरां से उपलब्ध करा रहा है। उसने ट्वीट करके भी यह जानकारी दी है।

आइआरसीटीसी के अधिकारियों ने कहना है कि हजरत निजामुद्दीन, मथुरा, झांसी, ग्वालियर, अंबाला कैंट, जयपुर, नागपुर, इटारसी, भोपाल, वडोदरा, जयपुर, अजमेर, पटना, राजेंद्र नगर, वाराणसी, कानपुर सेंट्रल, इलाहाबाद, हावड़ा सहित 38 रेलवे स्टेशनों पर स्थित रेस्तरां से ‘व्रत की थाली’ मंगाई जा सकती है। सफर के दौरान यात्री आइआरसीटीसी के ई-कैटरिंग वेबसाइट या फिर फूड ऑन ट्रैक मोबाइल एप से अपने पीएनआर का उल्लेख करके आर्डर दे सकते हैं। जिस स्टेशन पर यह सुविधा उपलब्ध है, वहां पहुंचने के दो घंटे पहले इसके लिए आर्डर देना होगा। स्टेशन पहुंचते ही सीट पर सात्विक भोजन की थाली उपलब्ध करा दी जाएगी। पिछले शारदीय नवरात्र के दौरान भी यात्रियों के लिए व्रत की थाली उपलब्ध कराई गई थी। अलग-अलग क्षेत्रों में प्रसिद्ध व्रत के भोजन को इस थाली में शामिल किया गया है।

रेलवे स्टेशनों पर बढ़ाई जा रही हैं यात्री सुविधाएं

रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं बढाने के लिए भी काम किया जा रहा है। अतिरिक्त टिकट काउंटर खोलने के साथ ही कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

लाख सीट उपलब्ध कराएगा उत्तर रेलवे, नियमित ट्रेनों में लगाए जा रहे हैं अतिरिक्त कोच

’>>आइआरसीटीसी ने व्रत रखने वालों के लिए शुरू की सुविधा

’>>विभिन्न क्षेत्रों में प्रसिद्ध व्रत के भोजन इस थाली में शामिल