महंगाई से आम लोगों की परेशानी तो कम होती नहीं दिख रही, लेकिन सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को बड़ी राहत मिलने जा रही है। महंगाई भत्ते (डीए) में पांच फीसदी वृद्धि की उम्मीद है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में एक अंक की कमी हुई, तब भी डीए में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी तय है। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद से यह अब तक की सबसे अधिक बढ़ोतरी होगी। नया डीए जुलाई महीने के वेतन से लागू होगा। इसका लाभ केंद्र और राज्य कर्मियों तथा पेंशनर्स को मिलेगा।








पिछले वर्ष जुलाई, अगस्त, सितंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक 301, अक्तूबर-नवंबर में 302 तथा दिसंबर में फिर 301 अंक रहा। इसके बाद जनवरी-फरवरी में बढ़कर 307, मार्च में 309, अप्रैल में 312 तथा मई में 314 अंक रहा। यूपीटीईटी उत्तीर्ण शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष अनुराग सिंह का कहना है कि आमतौर पर जून में सूचकांक गिरता नहीं है। इस तरह से जून में भी सूचकांक 314 अंक रहा तो महंगाई भत्ते में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।




डीए गणना के जानकार एजी ब्रदरहुड के हरिशंकर तिवारी ने बताया कि जून में भी मूल्य सूचकांक 314 अंक रहता है तो 12 महीने का औसत 305.91 अंक होगा। इस आधार पर महंगाई भत्ता 17.03 प्रतिशत आएगा। चूंकि डीए में पूर्णांक लिया जाता है, इसलिए जुलाई से महंगाई भत्ता 17 फीसदी हो जाएगा। अभी 12 फीसदी डीए मिल रहा है। इसलिए डीए में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी की उम्मीद है। हालांकि, उनका यह भी कहना है कि जून के मूल्य सूचकांक में एक अंक की भी कमी होती है तो आंकड़े बदल जाएंगे। जून में सूचकांक यदि 313 अंक हुआ तो इस आधार पर महंगाई भत्ता 16.99 प्रतिशत हो जाएगा।




सिर्फ पूर्णांक लेने पर महंगाई भत्ता 16 प्रतिशत हो जाएगा। इस तरह से बढ़ोतरी चार फीसदी की होगी। हरिशंकर तिवारी ने बताया कि जुलाई 2016 में सातवां वेतन आयोग लागू हुआ था। इसके बाद से डीए में इतनी बढ़ोतरी पहली बार होगी।
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी
लागू होने का समय बढ़ोतरी (प्रतिशत में)
01/07/2016 2
01/01/2017 2
01/07/2017 1
01/01/2018 2
01/07/2018 2
01/01/2019 3