रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने कहा कि ट्रेन का समय सुधारने और सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। आने वाले समय में रेल यात्र का सफर काफी सुखद होने वाला है। 1नई दिल्ली से काठगोदाम जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस से रेलवे बोर्ड के चेयरमैन लोहानी छुट्टी बिताने नैनीताल जा रहे थे। सुबह 8.50 बजे ट्रेन मुरादाबाद पहुंची। ट्रेन रुकी तो खुद प्लेटफार्म से उतरे और खाने की गुणवत्ता जांचने के लिए पैकेट लिया। यात्रियों से फीडबैक लिया। दैनिक जागरण संवाददाता से विशेष बातचीत में बताया कि यात्रियों की संख्या और माल की ढुलाई दोनों काफी बढ़ी है।








इससे रेललाइन की क्षमता से अधिक ट्रेन व मालगाड़ियां चल रही हैं। ट्रेनों के संचालन के समय में सुधार करने के लिए रेलवे लगातार काम कर रहा है। आने वाले समय में सुरक्षित संचालन के साथ ट्रेनें निर्धारित समय पर चलनी शुरू हो जाएंगी। रेललाइन की मरम्मत होने के बाद देश भर के सभी प्रमुख मार्गो पर चलने वाली ट्रेनों के समय में बचत हुई है। एक सवाल के जवाब में कहा कि यात्री ट्रेन को रोककर मालगाड़ी को चलाने का आदेश नहीं है। बिना रोके यात्री ट्रेन व मालगाड़ी को चलने का काम किया जा रहा है।




समय से ट्रेनों को चलाने के लिए तीसरी लाइन और मालगाड़ी के लिए अलग रेल मार्ग तैयार किया जा रहा है। इन कामों में समय लगेगा। उसके बाद भारतीय रेल का सफर काफी आसान हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यात्री सुविधाओं के लिए यात्रियों से राय ली जाती है और उसी के राय पर सुविधा में विस्तार व सुधार किया जाता है। यही कारण है कि यात्रियों की शिकायतों में कमी आई है। आधुनिक सुविधा वाले कोच तैयार किये जा रहे हैं। एक कोच में अधिक यात्रियों को लेने की व्यवस्था की जा रही है।

रेलवे बोर्ड चेयरमैन अश्वनी लोहानी ने शताब्दी एक्सप्रेस में यात्रियों के साथ सफर किया । यात्रियों को परोसा जाने वाला खाना भी खाया। यात्रियों को भी तीन घंटे के बाद पता चला पाया कि उनके बराबर में बैठ यात्री रेलवे बोर्ड के चेयरमैन हैं। रेलवे बोर्ड चेयरमैन को अपने रिश्तेदार से मिलने काठगोदाम जाना था। शताब्दी एक्सप्रेस के एक्जीक्यूटिव क्लास में रिजर्वेशन कराया।




नई दिल्ली स्टेशन से इंजन से पीछे लगी बोगी में अपनी सीट पर बैठ गए। अपने सुरक्षा गार्ड को भी साथ नहीं लिया। ट्रेन में तैनात सुरक्षा गार्ड चेयरमैन के आसपास से निगरानी करते रहे। चेयरमैन ने ट्रेन में अन्य यात्रियों की तरह ही दिया गया चाय, नाश्ता किया। उन्होंने यात्रियों से सफर का अनुभव साझा किए। सफर के दौरान होने वाली समस्याओं पर चर्चा की और उसके समाधान के बारे में भी पूछा। यात्रियों ने ट्रेनों व स्टेशनों पर सफाई में सुधार किए जाने की बात कही।

ट्रेनों को समय से चलाने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए इंतजाम की बात कही। कुछ यात्रियों ने वेंडरों द्वारा खाने की अधिक कीमत लेने, मनपसंद खाना उपलब्ध नहीं कराने की समस्या बताई। यात्रियों ने टिकट स्टाफ के खराब व्यवहार को लेकर शिकायत की। कहा कि ट्रेनों में सभी यात्रियों को बर्थ उपलब्ध होनी चाहिए। सुबह 8.50 बजे शताब्दी एक्सप्रेस के मुरादाबाद पहुंचने पर डीआरएम चेयरमैन से मिलने पहुंचे। इसके बाद यात्रियों को पता चला कि उनके बगल में बैठा हुआ यात्री रेलवे बोर्ड चेयरमैन है।