रेल कर्मचारियों को वेतन पर्ची (पे-स्लिप) के लिए अब लेखा विभाग के चक्कर नहीं लगाना पड़ेंगे। सेंटर फॉर रेलवे…

रेल कर्मचारियों को वेतन पर्ची (पे-स्लिप) के लिए अब लेखा विभाग के चक्कर नहीं लगाना पड़ेंगे। सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सेंटर (सीआरआईएस) ने रेलवे एम्प्लॉई सेल्फ सर्विस (आरईएसएस) नामक मोबाइल एप तैयार किया है। इसमें रजिस्ट्रेशन कराने पर कर्मचारी जब जाहे ऑनलाइन वेतन पर्ची देख सकेंगे। पर्ची में भी इनकम टैक्स, सर्विस प्रोफाइल, भत्ते, कटौती सहित अन्य सारी जानकारी मिल जाएगी, जो छपी हुई वेतन पर्ची में दी जाती है। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के लेखा विभाग द्वारा मंडल के सभी 14500 कर्मचारियों को वेतन संबंधी डाटा ऑनलाइन करने के बाद मोबाइल एप्लीकेशन ने काम करना शुरू कर दिया है। अभी ट्रायल चल रहा है, जिसमें कर्मचारियों को छपी हुई वेतन पर्ची भी दी जा रही है। आगामी दो-तीन माह में इसे भी बंद कर दिया जाएगा।







रेल मंडल के सारे 14500 कर्मचारियों का डाटा ऑनलाइन, पे स्लिप संबंधी शिकायत दूर होगी

ऐसे काम करेगा एप

सबसे पहले कर्मचारी को मोबाइल नंबर अपडेट कराना होगा। इसके बाद एम्प्लॉई नंबर, फोन नंबर, जन्म तारीख, आधार कार्ड व पीएफ नंबर डालकर सबसे पहले कर्मचारी को मोबाइल एप पर आईडी और पासवर्ड जनरेट करना होगा। इसके बाद कर्मचारी जब चाहे आईडी और पासवर्ड के माध्यम से ऑनलाइन पे-स्लिप देख सकेगा।



रेलवे कर्मचारियों की सुविधा के लिए क्रिस ने आरईएसएस नामक मोबाइल एप तैयार किया है। कर्मचारियों को वेतन पर्ची भी मिलना शुरू हो गई है। हालांकि अभी छपी हुई पर्ची भी दी जा रही है। -जेके जयंत, पीआरओ-रेल मंडल




अभी ये हैं दिक्कतें

क्रिस के माध्यम से कर्मचारियों को छपी हुई वेतन पर्ची वितरित की जाती थी। कई कर्मचारियों को ये मिल नहीं पाती। जरूरत पर उन्हें लेखा विभाग के चक्कर लगाने पड़ते। दूरस्थ स्टेशनों के कर्मचारियों को वेतन पर्ची लेने मुख्यालय आना पड़ता। मोबाइल एप्लीकेशन से ऑनलाइन दिखने वाले वेतन पर्ची में ऐसा नहीं होगा। मोबाइल एप प्रभावी होने के बाद लेखा विभाग ने वेतन पर्ची बंद करने का फैसला किया था किंतु वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ द्वारा पीएनएम में मुद्दा उठाने के बाद फिलहाल कुछ माह तक जारी रखने का निर्णय लिया है।