एक मिनट में बुक होंगे 2.25 लाख रेल टिकट

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्लीे मे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आम बजट 2023-24 में प्रस्तावित रेलवे से जुड़ी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी • पेट्र

देखते हुए इसकी क्षमता में दस आरक्षण प्रबंधन को बेहतर करने

जागरण ब्यूरो, नई दिल्लीः अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने दो दशक पहले रोड सेक्टर को सुधारने का अभियान शुरू किया था। अब नरेन्द्र मोदी सरकार ने रेल सेक्टर को पटरी पर लाने का बीड़ा उठाया है। बजट में रेलवे को राशि बड़ी मिली है तो काम भी बड़े-बड़े होने हैं। यह विश्व का पहला रेलवे होगा, जिसका टिकट बुकिंग और कंट्रोलिंग सिस्टम 5जी तकनीक पर आधारित होगा। आनलाइन टिकट के व्यवधानों को गुना वृद्धि की जानी है। अभी प्रति जिसे बढ़ाकर 2.25 लाख करना है। पूछताछ की क्षमता को प्रति मिनट करने की तैयारी है।

बजटीय प्रविधानों और आधुनिकीकरण

• टिकट बुकिंग और कंट्रोलिंग सिस्टम में अपनाई जाएगी 5जी तकनीक

• रेलवे टिकट और पूछताछ की क्षमता में दस गुना वृद्धि की जाएगी

• तीन वर्ष के भीतर सभी पुरानी ट्रेनों के कोचों को बदला जाएगा

जाएगा। दिसंबर 2024 तक कवच का 5जी वर्जन भी आ जाएगा।

अंतर्गत अब तक 550 स्टेशनों पर 594 स्टाल लगाए जा चुके हैं। इस मिनट 25 हजार टिकट बनते हैं, हुआ है, जिसके बाद टिकट लेना दो हजार स्टेशनों पर खुलेंगे जन वर्ष इसे बढ़ाकर 750 स्टेशन तक एक हजार नए फ्लाईओवर और

की है। टिकट बुकिंग पर बड़ा शोध आसान हो जाएगा। हमारा जोर रेलवे के कायांतरण पर है। अगले रखकर काम किया जा रहा है। यात्री 325 ट्रेनों के कोचों को राजधानी पर किया जाएगा। के समतुल्य कोच से बदल दिया

सुविधा केंद्र: प्रधानमंत्री मोदी की सोच ले जाना है। को आगे बढ़ाते हुए रेलवे स्टेशनों तैयारी है। इसके लिए देशभर के दो

प्रतिदिन 19 किमी नई पटरी बिछाने चार लाख से बढ़ाकर 40 लाख तीस वर्षों की ट्रैफिक को ध्यान में पर यात्री सुविधाओं में वृद्धि की का लक्ष्यः अगले वित्तीय वर्ष में सात बनाए गए हैं। चालू वर्ष में एक हजार किमी नई रेल पटरियां बिछानी बढ़ाकर 12 किमी तक पहुंचा दिया

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सुविधा को ध्यान में रखकर तीन वर्षों हजार रेलवे स्टेशनों पर जन सुविधा हैं, जो चालू वर्ष से ढाई हजार किमी में भी अतिरिक्त एक हजार का ने शुक्रवार को प्रेस कान्फ्रेंस में के भीतर सभी पुरानी ट्रेनों के कोच केंद्र खोले जाएंगे, जहां दैनिक ज्यादा है। 2014 के पहले सिर्फ लक्ष्य है। अंडरपास में पानी भरने की बजट के प्रविधानों और रेलवे के बदले जाएंगे। अभी ढाई सौ ट्रेनों के आवश्यकता के सभी सामान मिल प्रतिदिन औसतन चार किमी पटरियां शिकायतों को देखते हुए इसे नए तरह आधुनिकीकरण की तैयारियों के कोच बदल दिए गए हैं। अगले वर्ष सकें। इसका आवंटन स्थानीय स्तर बिछाई जाती थीं, जिसे चालू वर्ष में से डिजाइन किया जाएगा। दुर्घटनाओं बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि रेलवे की योजना यात्री

वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना के

की तैयारियों की दी जानकारी

वंदे भारत ट्रेनों का बड़ा निर्यातक बनने की तैयारी

रेल मंत्री ने कहा कि स्वदेशी

तकनीक से विकसित वंदे भारत ट्रेनों के अगले संस्करण को घरेलू जरूरतों के साथ ही निर्यात को भी ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। हम अगले तीन वर्षों में ही हम इस ट्रेन के बड़े निर्यातक बन जाएंगे। अभी इसके कलपुर्जों में यूरोप के देशों ने रुचि ली है। सारे स्लीपर कोच के उसी तरह बनाया जा रहा है। हाइड्रोजन ट्रेनें भी इसी वर्ष दिसंबर तक चलने लग जाएंगी।

किमी का लक्ष्य है। 1,275 स्टेशनों का कायापलट किया जा रहा है।

अंडरपास बनेंगे 2014 से अभी तक 10,438 ब्रिज और अंडरपास हजार बन रहे हैं। अगले वित्त वर्ष पर नियंत्रण के लिए फुटओवर ब्रिज गया । इसे बढ़ाते हुए प्रतिदिन 19 का डिजाइन भी बदला गया है