पेंशन रेगुलेटर PFRDA, नए साल में मई-जून महीने तक दुनिया की पहली मिनिमम अश्योर्ड रिटर्न स्कीम (MARS) शुरू करेगी. यह स्कीम नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के तहत रोल ऑउट की जाएगी. पीएफआरडीए के चेयरमैन सुप्रतिम बंदोपाध्याय ने यह जानकारी दी है. MARS स्कीम पर निवेशकों को न्यूनतम 4% से 5% एनुअल रिटर्न की गारंटी होगी.

MARS स्कीम के लिए 5,000 रुपये सालाना देना होगा अंशदान

चेयरमैन सुप्रतिम बंदोपाध्याय ने बताया कि MARS स्कीम के लिए सब्सक्राइबर्स को न्यूनतम सालाना अंशदान के तौर पर 5,000 रुपये प्रति वर्ष जमा करनी होगी. नई स्कीम के ग्राहकों की अधिकतम आयु 50 साल से कम होगी. ध्यान रहे रिटायरमेंट की उम्र 60 साल है. फिलहाल एनपीएस के तहत ऐसी कोई योजना नहीं है जिस पर किसी भी प्रकार के रिटर्न या बेनिफिट की गारंटी दी मिलती हैं. बता दें एनपीएस में रिटर्न और बेनिफिट मार्केट द्वारा तय होती है. बात करें सरकार की एक अन्य स्कीम की तो अटल पेंशन योजना के ग्राहकों को अंशदान के आधार पर 1,000 से 5,000 रुपये की मिनिमम मंथली पेंशन की गारंटी है.

NPS के बाकी योजनाओं के मुकाबले ज्यादा हो सकती है फंड मैनेजमेंट फीस

MARS स्कीम पर मिलने वाली रिटर्न की गारंटी मार्केट लिंक्ड एनपीएस योजनाओं के तहत मिले रिटर्न की लगभग आधी होगाी. MARS स्कीम हायर फंड मैनेजमेंट फीस के साथ भी आएगी. रिटर्न की गारंटी में शामिल जोखिमों के कारण, एनपीएस के अन्य स्कीम के तहत अधिकतम 9 बेसिस प्वाइंट्स की तुलना में MARS स्कीम की फंड मैनेजमेंट फीस लगभग 25 बेसिस प्वाइंट्स हो सकती है, हालांकि MARS की फंड मैनेजमेंट फीस बीमा कंपनियों द्वारा बीमा प्लान पर किए गए चार्ज 150 बेसिस प्वाइंट्स से कम है. MARS के लिए फंड मैनेजरों की सॉल्वेंसी रेशियो 1.5 (एसेट या लायबिलिटी) होगी, यानी उन्हें स्कीम चलाने के लिए अतिरिक्त पूंजी लगाने की जरूरत होगी. जबकि बाजार रिटर्न लिंक एनपीएस स्कीम के तहत कोई सॉल्वेंसी रेशियो निर्धारित नहीं है. इससे इतर, अगर आपके पास पहले से NPS एकाउंट है और वह डीएक्टिवेट हो गई है तो उसे फिर से एक्टिवेट करने के लिए यहां लिंक पर चटका लगाकर जानकारी ली जा सकती है.